मुंबई:भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने मंगलवार को एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि शरद पवार के बयान ने महा विकास अघाड़ी (MVA) के झूठ को बेनकाब कर दिया है। उन्होंने लिखा, “उद्धव ठाकरे और राहुल गांधी ने मुंबई और महाराष्ट्र को गुमराह करने के लिए लगातार झूठ बोला। दरअसल, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली MVA सरकार ने ही धारावी पुनर्विकास परियोजना को अडानी समूह को सौंपा था।”
मालवीय ने अपने पोस्ट में शरद पवार के एक इंटरव्यू का वीडियो क्लिप भी शेयर किया। इस क्लिप में एनसीपी प्रमुख शरद पवार कथित तौर पर कहते हैं, “धारावी का मुद्दा बिल्कुल नहीं है। ये सभी मुद्दे अडानी पर हमले के लिए थे। अडानी धारावी परियोजना में रुचि नहीं रखते थे। परियोजना को किसी और को दिया गया था। कुछ बातचीत चल रही है, लेकिन अडानी से नहीं।”
मालवीय ने लिखा, “शरद पवार ने राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे के अडानी पर हमले को बकवास बताया। उन्होंने आगे कहा कि अडानी को धारावी पुनर्विकास परियोजना में कोई दिलचस्पी नहीं थी। महा विकास अघाड़ी के सबसे वरिष्ठ नेता की ओर से यह बयान, महत्वपूर्ण मतदान से ठीक पहले, गठबंधन के लिए शर्मनाक है… उद्धव और राहुल मुंबई और महाराष्ट्र को गुमराह करने के लिए लगातार झूठ बोल रहे थे। यह उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली MVA ही थी जिसने अडानी समूह को धारावी परियोजना का ठेका दिया था।”
धारावी पुनर्विकास परियोजना: चुनावी मुद्दा
धारावी पुनर्विकास परियोजना महाराष्ट्र सरकार और अडानी समूह के बीच एक संयुक्त उद्यम है। यह एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती को नया रूप देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। यह महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में एक अहम मुद्दा बन गया है। विपक्षी दलों ने परियोजना के कॉन्ट्रैक्ट को लेकर पारदर्शिता पर सवाल उठाए हैं। 2022 में, शिंदे-फडणवीस सरकार ने परियोजना का कॉन्ट्रैक्ट अडानी समूह को दिया था। इस पर शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, “यह मुद्दा केवल धारावी तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे मुंबई से जुड़ा है।”
धारावी: कांग्रेस का गढ़
धारावी अपनी विविधता और मुंबई की सांस्कृतिक भावना को दर्शाता है। यह पिछले दो दशकों से कांग्रेस का गढ़ रहा है। इस साल, कांग्रेस की उम्मीदवार डॉ. ज्योति गायकवाड़ (जो 2004 से धारावी का प्रतिनिधित्व कर रही वर्षा गायकवाड़ की बहन हैं) का मुकाबला एकनाथ शिंदे की शिवसेना के राजेश खंडारे से होगा। क्या शरद पवार का बयान MVA के लिए भारी पड़ सकता है, यह देखना दिलचस्प होगा। धारावी में इस बार का चुनाव न केवल परियोजना के भविष्य, बल्कि मुंबई के राजनीतिक परिदृश्य को भी बदल सकता है।