सरदारशहर, चूरू:अपने पावन प्रवचनों से जन-जन के अज्ञान रूपी अंधकार को दूर करने वाले ज्योतिचरण आचार्य श्री महाश्रमण जी अपने चतुर्विध धर्मसंघ के साथ सरदारशहर में सानन्द प्रवास करा रहे हैं। आचार्यश्री के सान्निध्य में जैन समाज के साथ-साथ सरदारशहर के जैनेत्तर समुदायों से भी बड़ी संख्या में भाई-बहन प्रतिदिन दर्शन, प्रवचन श्रवण आदि का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
मंगल प्रवचन में धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्य श्री ने कहा- व्यक्ति के भीतर राग , द्वेष, स्नेह, घृणा आदि अनेकों प्रकार के भाव विद्यमान रहते हैं। कभी किसी पदार्थ के प्रति तो किसी व्यक्ति के प्रति मन में मोह का भाव, द्वेष का भाव आ सकता है। जब तक कोई पूर्ण रूप से वीतराग नहीं बनता इन भावों से मुक्त नहीं हो सकता। वीतराग बनने के लिए साधना आवश्यक होती है। साधु और श्रावक जो साधना करते हैं इसमें यह जागरूकता रहनी चाहिए कि कभी कोई दोष आदि लग जाये तो उसका प्रायश्चित होता रहे। श्रावक सामायिक, पौषध, व्रत आदि द्वारा कई रूपों में धार्मिक आराधना करते हैं। कभी किसी क्रिया में दोष भी लग सकता है। जिस प्रकार मैले कपड़े को धोकर साफ किया जा सकता है उसी प्रकार इस प्रायश्चित आदि के द्वारा संयम रूपी वस्त्र जो निर्मल रखने का प्रयास करना चाहिए।
आचार्यवर ने आगे फरमाया कि श्रावकत्व की पदवी मिलना भी अच्छी उपलब्धि है। जीवन में और चीजे जा सकती है परंतु श्रावकत्व सुरक्षित रहे। वीतराग देव, शुद्ध साधु रूप गुरु एवं वीतराग द्वारा प्रवेदित धर्म इनके प्रति हमारी श्रद्धा दृढ़ रहे। वीतराग और उनके द्वारा बताए मार्ग के प्रति श्रद्धा, ज्ञान और क्रिया सही रहे तो श्रावकत्व में परिपूर्णता आ सकती है। राग, द्वेष कम होंगे तो श्रद्धा, ज्ञान और क्रिया द्वारा श्रावकत्व में अच्छा निखार आ सकता है।
कार्यक्रम में साध्वीवर्या श्री संबुद्धयशा जी ने भी उद्बोधन प्रदान किया। इस अवसर पर श्री नरेन्द्र दुगड़, श्री विकास बैद, श्रीमती संगीता श्यामसुखा, श्रीमती उषा बरडिया, श्रीमती कल्पना सेठिया, सुश्री अंतिमा नखत ने अभिवंदना में प्रस्तुति दी। प्रवास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष श्री बाबूलाल बोथरा, महामंत्री श्रीमती सूरज बरडिया ने अपने विचार रखे। सरदारशहर बैंड की ओर से भाई शहजाद-युवान ने गीत द्वारा आचार्यश्री का स्वागत किया।
विराट नागरिक अभिनंदन समारोह कल
परमपूज्य शांतिदूत आचार्यश्री महाश्रमण जी के पावन सान्निध्य में कल शहर में स्थित घंटाघर के निकट विराट नागरिक अभिनंदन समारोह आयोजित किया जाएगा। घंटाघर के निकट प्रातः 06 बजे सरदारशहर नगर पालिका एवं अन्य समुदायों द्वारा आयोजित इस समारोह में समग्र सरदारशहर वासियों द्वारा आचार्य श्री का स्वागत किया जाएगा।