अगर आप प्री डायबिटीक हो रहे या मोटापे से ग्रस्त हैं। स्किन प्रॉब्लम है या फिर कोई और कारण, जिसकी वजह से खाने और अपनी डाइट से मीठा, शुगरी फूड खाना बंद कर रहे हैं। तो इन फू्डस के साथ कुछ खास तरह के फलों को भी खाना बंद कर देना चाहिए। इससे बॉडी को एक्स्ट्रा शुगर मिलना बंद हो जाएगी और आप आसानी से वेट लॉस का टारगेट पूरा कर पाएंगे।
लीची:-गर्मियों के दो महीने जमकर लीची मिलती है। अगर इसे खाना पसंद करती हैं तो जान लें कि एक कप फ्रेश लीची में करीब 29 ग्राम शुगर होती है। जो आसानी से बॉडी में शुगर का लेवल बढ़ा सकती है। एशियन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन के मुताबिक लीची का साइज छोटा होता है। जिसकी वजह से आमतौर पर इसे लोग ज्यादा खा जाते हैं और डेली शुगर इंटेक से ज्यादा एक बार में कंज्यूम कर लेते हैं। वहीं लीची का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी होता है, जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाता है।
अंजीर:-अंजीर को फाइबर का सोर्स माना जाता है और ये खून बढाने में मदद करता है। लेकिन सूखे अंजीर में लगभग 20 ग्राम शुगर होती है। 2014 री रिसर्च में पाया गया कि काफी सारे लोगों में एक्सेस शुगर का कारण अंजीर था। जिसे हेल्दी मानकर लोग स्नैक्स या मिठास के लिए बेकिंग में इस्तेमाल करते हैं।
खजूर:-खजूर को भी हेल्दी माना जाता है और अक्सर डायबिटीक लोग भी खा लेते हैं। लेकिन नेचुरल स्वीटनर के तौर पर रोजाना इस्तेमाल करने वालों के लिए ये ग्लासेमिक लोड बढा देता है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की स्टडी में इसका पता चला। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि मीठा खाना बंद कर रहे तो खजूर का पोर्शन कंट्रोल भी जरूरी है।
अंगूर:-काले, हरे, लाल अंगूर की हर वैराइटी का स्वाद भाता है। लेकिन यूएसडीए के डाटा के मुताबिक एक कप अंगूर में 23 ग्राम के करीब शुगर होती है। जो लगभग किसी एक केन सोडा जितनी हो सकती है। मायो क्लीनिक की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक बच्चों में शुगर का ओवरलोड कई बार अंगूर की ज्यादा मात्रा खाने की वजह से होता है। अंगूर ज्यादातर बच्चों को हेल्दी फ्रूट समझकर खिलाते हैं। लेकिन ये शरीर में ज्यादा शुगर पहुंचाता है। अंगूर में एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा भरपूर होती है लेकिन इसका भी पोर्शन कंट्रोल जरूरी है।