दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से एक इंटरव्यू के दौरान सवाल पूछा गया कि क्या आम आदमी पार्टी, अभिषेक मनु सिंघवी के लिए तीन नेताओं से राज्यसभा सीट खाली करने के लिए कहा था? इस सवाल का जवाब देते हुए केजरीवाल ने इस बात से इनकार कर दिया और कहा कि इसका उल्टा हुआ था। ‘हिंदी खबर’ से बात करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने अभिषेक मनु सिंघवी को राज्यसभा सीट ऑफर की थी, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया था। इस दौरान जब सवाल पूछा गया कि आखिर ये चर्चाएं आती कहां से हैं? इसका जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा कि ये कहानी भाजपा की प्लांट की हुई होती हैं।
इस मामले पर केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी का रिएक्शन भी सामने आया है। केजरीवाल के बयान के बाद सिंघवी ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पहले नहीं कहा, लेकिन सच है कि मुझे एक नहीं बल्कि दो मुख्यमंत्रियों की तरफ से ऑफर मिला था। इस दौरान कांग्रेस ने भी मुझपर भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस में ही रहना चाहता था इसलिए दोनों ऑफर को मना कर दिया क्योंकि मैं कांग्रेस में ही रहना चाहता था। इस दौरान उन्होंने हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा में मिली हार को भी याद किया और कहा उसकी कहानी अलग है। उन्होंने अंत में लिखा कि तीन तरफ से ऑफर मिलना वास्तव में सराहनीय है।
कथित शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल जेल में थे। बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत दी है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में केजरीवाल का पक्ष अभिषेक मनु सिंघवी ही रख रहे थे। बीते दिनों हुए राज्यसभा चुनावों में हिमाचल प्रदेश की एक सीट पर हुए चुनाव में सिंघवी को निराशा हाथ लगी थी।