डेस्क:दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर पर तैनात सैन्यकर्मी अब हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाओं का लाभ ले सकेंगे। सेना ने सोमवार को यह जानकारी दी। सेना की ‘फायर एंड फ्यूरी कोर’ ने ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र में इंटरनेट संपर्क बढ़ गया है। फायर एंड फ्यूरी कोर ने जियो टेलीकॉम के साथ मिलकर सियाचिन ग्लेशियर पर पहली बार 5जी मोबाइल टावर सफलतापूर्वक स्थापित किया है।’
पोस्ट में कहा गया, ‘यह शानदार उपलब्धि हमारे बहादुर सैनिकों को समर्पित है जो चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में तैनात हैं। फायर एंड फ्यूरी सिग्नलर्स और सियाचिन योद्धाओं ने उत्तरी ग्लेशियर में 5जी बीटीएस (बेस ट्रांसीवर स्टेशन) स्थापित करने के लिए दुर्गम इलाकों और -40 डिग्री सेल्सियस से नीचे के अत्यधिक तापमान की चुनौतियों का सामना किया।’
रिलायंस जियो ने कहा कि उसने अपनी स्वदेशी फुल-स्टैक 5जी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए एक अग्रिम चौकी पर ‘प्लग-एंड-प्ले प्री-कॉन्फिगर’ उपकरण को सफलतापूर्वक स्थापित किया।
दूरसंचार कंपनी कहा, ‘यह उपलब्धि सेना के सिग्नल कर्मियों के साथ समन्वय से संभव हुई, जिसमें योजना से लेकर कई प्रशिक्षण सत्र, सिस्टम प्री-कॉन्फिगरेशन और व्यापक परीक्षण शामिल हैं। सियाचिन ग्लेशियर में जियो के उपकरणों को विमान से पहुंचाने सहित साजो-सामान के प्रबंधन में भारतीय सेना महत्वपूर्ण भूमिका में थी।’ कंपनी ने कहा कि इस सहयोग से कराकोरम पर्वतमाला में 16,000 फुट की ऊंचाई पर इंटरनेट संपर्क सुनिश्चित हुआ है।