डेस्क: संकट से जूझ रही प्राइवेट सेक्टर की एयरलाइन स्पाइसजेट (SpiceJet) की मुश्किलें बरकरार हैं। बीते दिनों दिल्ली पुलिस ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर एयरलाइन के प्रबंध निदेशक अजय सिंह और कुछ अन्य शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था। मीडिया में अब यह सार्वजनिक हुआ है। इस मामले के बारे में स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने विस्तार से जानकारी दी है।
क्या कहा प्रवक्ता ने
स्पाइसजेट के प्रवक्ता के मुताबिक EPFO की शिकायत पर यह एफआईआर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के जरिए नया फंड जुटाने से पहले दायर किया गया था। तब से एयरलाइन ने सभी लंबित वेतन और जीएसटी बकाया का भुगतान कर दिया है। इसके साथ ही 10 महीने का पीएफ बकाया जमा करके अहम प्रगति की है। इसके अलावा बकाया भुगतान की प्रक्रिया जारी है। प्रवक्ता ने यह भी बताया कि हम कई पट्टेदारों के साथ समझौता कर चुके हैं।
क्या है EPFO की शिकायत
EPFO की शिकायत में दावा किया गया है कि कंपनी PF कंट्रीब्यूशन के तौर पर 65.7 करोड़ रुपये से अधिक जमा करने में विफल रही है। शिकायत के अनुसार स्पाइसजेट ने जून 2022 और जुलाई 2024 के बीच PF के लिए कर्मचारियों के वेतन का 12 प्रतिशत काटा, लेकिन जरूरी 15 दिन की समय सीमा के भीतर कर्मचारियों के PF अकाउंट में पैसे नहीं ट्रांसफर किए। आपको बता दें कि स्पाइसजेट 10,000 से अधिक कर्मचारियों को रोजगार देती है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने अजय सिंह के अलावा स्पाइसजेट के जिन अधिकारियों पर FIR दर्ज किया है उनमें शिवानी सिंह (निदेशक), अनुराग भार्गव (स्वतंत्र निदेशक), अजय छोटेलाल अग्रवाल और मनोज कुमार शामिल हैं।
10 महीने का पीएफ बकाया जमा ये खबर ऐसे समय में आई है जब 4 अक्टूबर को स्पाइसजेट ने घोषणा की कि उसने कर्मचारियों के 10 महीने का पीएफ बकाया जमा कर दिया है। एयरलाइन ने यह भी कहा कि उसने योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के माध्यम से 3,000 करोड़ रुपये जुटाने के बाद सभी लंबित माल और सेवा कर (जीएसटी) दायित्वों और वेतन बकाया का निपटान कर दिया है।
स्पाइसजेट के शेयर का हाल
स्पाइसजेट के शेयर की बात करें तो बीते शुक्रवार को 4.25% टूटकर 62.79 रुपये पर बंद हुआ। 16 सितंबर 2024 को शेयर 79.90 रुपये तक गया। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है। वहीं, अक्टूबर 2023 में यह शेयर 34 रुपये के निचले स्तर पर आ गया। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो है।