डेस्क:अगर आज लोकसभा चुनाव होते हैं, तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 343 सीटें जीत सकता है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) अकेले बहुमत के आंकड़े को पार कर सकती है। बता दें कि 2014 और फिर 2019 में लगातार अपने दम पर बहुमत हासिल करने वाली भाजपा फिलहाल गठबंधन दलों के सहारे सत्ता में है।
इंडिया टुडे-सी वोटर ‘मूड ऑफ द नेशन’ (MOTN) सर्वे के अनुसार, अगर आज लोकसभा चुनाव होता है तो कांग्रेस-नीत इंडिया (INDIA) गठबंधन को भारी नुकसान हो सकता है और उसकी सीटें घटकर 188 रह सकती हैं। गौरतलब है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन ने 232 सीटें जीती थीं, लेकिन इस बार आंतरिक कलह और लगातार चुनावी असफलताओं के कारण गिरावट देखी जा रही है। यह सर्वे 2 जनवरी से 9 फरवरी 2025 के बीच किया गया, जिसमें 1,25,123 लोगों की राय ली गई। यह सर्वेक्षण सभी लोकसभा क्षेत्रों में किया गया।
लोकसभा चुनाव 2024 में NDA ने 292 सीटें जीती थीं, जो बहुमत (272) से केवल 20 अधिक थीं। अब सर्वे के अनुसार, NDA के वोट शेयर में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और यह 47% तक पहुंच सकता है। वहीं, INDIA गठबंधन के वोट शेयर में सिर्फ 1% की बढ़ोतरी दिख रही है, जो उनके लिए चिंताजनक है।
सर्वे के मुताबिक, BJP को 281 सीटें मिलने का अनुमान है, जो 2024 के मुकाबले अधिक है। वहीं, कांग्रेस को करारा झटका लग सकता है और पार्टी की सीटें 99 से घटकर 78 रह सकती हैं। यदि वोट शेयर की बात करें, तो BJP का मत प्रतिशत 41% तक पहुंचने का अनुमान है, जो 3% की बढ़ोतरी दर्शाता है। इसके विपरीत, कांग्रेस का वोट शेयर गिरकर 20% तक आ सकता है।
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और BJP ने ‘400 पार’ का नारा दिया था, लेकिन पार्टी 272 के बहुमत आंकड़े से नीचे रह गई थी। इसके चलते BJP को नीतीश कुमार की JDU और चंद्रबाबू नायडू की TDP जैसे सहयोगियों के समर्थन के सहारे सरकार चलानी पड़ रही है। अब यह सर्वे BJP के लिए राहत की खबर ला सकता है, क्योंकि यह दिखाता है कि पार्टी अपनी स्थिति सुधार रही है और NDA मजबूत स्थिति में है। लेकिन कांग्रेस और INDIA गठबंधन के लिए यह एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, खासकर तब जब वे आगामी चुनावों की रणनीति बना रहे हैं।
हालांकि, यह सिर्फ एक अनुमान है और वास्तविक चुनावी नतीजे अलग हो सकते हैं। लेकिन सर्वे के आंकड़े यह संकेत देते हैं कि NDA फिर से मजबूत स्थिति में आ रहा है, जबकि विपक्षी गठबंधन को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।