काबुल: अफगानिस्तान में तालिबान प्रशासन ने मंगलवार को प्रसिद्ध महिला रेडियो स्टेशन ‘रेडियो बेगम’ पर छापा मारकर उसके दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया। रेडियो स्टेशन ने इस कार्रवाई की निंदा करते हुए अपने कर्मचारियों की जल्द रिहाई की मांग की है।
तालिबान के सूचना मंत्रालय ने बताया कि स्टेशन को “कई उल्लंघनों” के कारण निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई अफगानिस्तान में स्थानीय मीडिया पर बढ़ते प्रतिबंधों के बीच हुई है।
रेडियो स्टेशन ने एक बयान में कहा, “जनरल डायरेक्टरेट ऑफ इंटेलिजेंस (GDI) और सूचना एवं संस्कृति मंत्रालय के अधिकारियों ने काबुल स्थित रेडियो बेगम के कार्यालय पर छापा मारा।”
तलाशी और उपकरण जब्त
रेडियो स्टेशन ने जानकारी दी कि तालिबान अधिकारियों ने कार्यालय की तलाशी ली, कंप्यूटर, हार्ड ड्राइव और फोन जब्त कर लिए और दो पुरुष कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया, जो वरिष्ठ प्रबंधन से संबंधित नहीं थे।
बयान में यह भी कहा गया कि रेडियो बेगम इस मामले पर अधिक टिप्पणी नहीं करेगा क्योंकि उसे अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर चिंता है। उन्होंने तालिबान प्रशासन से अपने सहयोगियों की देखभाल करने और जल्द रिहाई की अपील की है।
तालिबान का आरोप: नियमों का उल्लंघन
तालिबान के सूचना मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बयान जारी कर कहा कि “रेडियो स्टेशन को कई उल्लंघनों के कारण निलंबित कर दिया गया है। यह एक विदेशी टीवी चैनल को सामग्री और कार्यक्रम प्रदान कर रहा था।”
मंत्रालय ने आगे कहा, “प्रसारण नीति का उल्लंघन और लाइसेंस के अनुचित उपयोग के कारण, रेडियो स्टेशन को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है ताकि सभी दस्तावेजों की समीक्षा कर अंतिम निर्णय लिया जा सके।”
महिलाओं के लिए समर्पित रेडियो स्टेशन
रेडियो बेगम का कहना है कि वह किसी भी राजनीतिक गतिविधि में शामिल नहीं रहा है और “अफगान जनता, विशेष रूप से महिलाओं की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है।”
रेडियो बेगम की स्थापना 8 मार्च 2021 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हुई थी। यह तालिबान के सत्ता में आने से पांच महीने पहले शुरू हुआ था और महिलाओं के लिए विशेष कार्यक्रम प्रसारित करता रहा है, जिसमें शिक्षा, किताबों की समीक्षा और परामर्श सेवाएं शामिल थीं।
पत्रकारों और मीडिया पर बढ़ते प्रतिबंध
पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा करने वाले संगठन ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ (RSF) ने इस प्रतिबंध को तुरंत हटाने की मांग की है। संगठन का कहना है कि 2024 में तालिबान प्रशासन ने अब तक 12 से अधिक मीडिया संस्थानों को बंद कर दिया है।
तालिबान के सत्ता में आने के बाद महिलाओं के अधिकारों पर कई पाबंदियां लगाई गई हैं। उन्हें उच्च शिक्षा और कई नौकरियों से बाहर कर दिया गया है। कई रेडियो स्टेशनों ने महिलाओं की आवाज़ को प्रसारित करना बंद कर दिया है।
रेडियो बेगम की संस्थापक हमिदा अमान ने 2024 में पेरिस से एक नया टेलीविजन चैनल ‘बेगम टीवी’ भी लॉन्च किया, जो अफगान लड़कियों और महिलाओं के लिए शैक्षिक कार्यक्रम प्रसारित करता है।
यह कार्रवाई अफगानिस्तान में मीडिया पर बढ़ती पाबंदियों का हिस्सा है। इससे पहले दिसंबर 2023 में, तालिबान ने अफगान चैनल ‘अरेजो टीवी’ को बंद कर दिया था और उसके सात कर्मचारियों को हिरासत में लिया था।
तालिबान का मीडिया पर शिकंजा जारी है, जिससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गहरा संकट मंडरा रहा है।