नई दिल्ली:12 अप्रैल को भारतीय सेना को एक निजी क्षेत्र की कंपनी से इन्फैंट्री प्रोटेक्टेड व्हीकल्स (IPMVS) की पहली खेप मिली है, जिसने चार-पहिया बख्तरबंद लड़ाकू वाहनों का उत्पादन और वितरण किया है। टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड ( TASL) ने पुणे में आयोजित एक समारोह में भारतीय सेना के प्रमुख जनरल एमएम नरवने को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के साथ जॉइंट रूप से विकसित किए गए वाहनों को सौंपा है। इस बख्तरबंद व्हीकल के बारे जानते हैं।
#1 यह रणनीतिक मंच की पहली व्यावसायिक बिक्री है जिसे DRDO और टाटा ने मिलकर तैयार किया है
#2 इसे पुणे में तैयार किया गया है और रणनीतिक 8×8 व्हीलड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (WhAP) पर बनाया गया है।
#3 व्हीकल्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट इस्टैब्लिशमेंट (VRDE) के साथ TASL द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है।
#4 भारतीय सेना द्वारा उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों और रेगिस्तान सहित कई इलाकों में इनका ट्रायल किया गया है।
#5 इन वाहनों में TASL का इन-हाउस डिजाइन और विकसित रिमोट कंट्रोल्ड वेपन स्टेशन शामिल है।
#6 ऑनबोर्ड थर्मल साइट्स और बाहरी ऐड-ऑन कवच सुरक्षा पैनल हैं जिन्हें DRDO की डिफेंस मेटलर्जिकल रिसर्च लैब द्वारा विकसित किया गया है।
#7 निजी क्षेत्र की कंपनी सभी तैनाती वाले जगहों पर वाहनों के रखरखाव के लिए 24*7 सहायता देगी।
#8 अभी सीमित संख्या में आर्डर किए गए थे लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक जल्द ही सेना द्वारा बड़ा बॉर्डर दिया जा सकता है।
#9 कोरोना वायरस महामारी के कारण इस प्रोजेक्ट में देरी हुई।
#10 IMMPv को लद्दाख जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्र में डिप्लॉय किया जा सकता है।