डेस्क:राष्ट्रगान वाले नीतीश कुमार के वीडियो पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है। पू्र्णिया में उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान के दौरान सीएम ने जो किया वह निंदनीय, दुखद और पीड़ादायक है। नेता प्रतिपक्ष ने उनसे इस्तीफे की मांग की है। कहा है कि 20 सालों में जो करना था वह सब कर लिए अब त्यागपत्र दीजिए। बीजेपी और जदयू ने तेजस्वी के बयान पर पलटवार किया है। जीतनराम मांझी ने भी नीतीश कुमार का पक्ष लेते हुए तेजस्वी यादव पर हमला किया।
तेजस्वी यादव पूर्णिया में युवा राजद के कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे थे। उसके बाद उन्होंने प्रेस को संबोधित किया। कहा कि अफसोस है कि बिहार को ऐसे मुख्यमंत्री मिले हैं। वे केवल सीएम नहीं बल्कि प्रदेश के लीडर हैं। राज्य के 14 करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। लेकिन राष्ट्रगान के दौरान उन्होंने जो किया वह बेहद पीड़ादायक है। तेजस्वी ने कहा कि सीएम उनसे बहुत बड़े हैं। लेकिन नेता प्रतिपक्ष होने के नाते उनका दायित्व बनता है कि सरकार के कार्यों की समीक्षा करें।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी का रवैया लगातार ऐसा देखा जा रहा है। कभी महिलाओं का अपमान करते हैं तो कभी कहते हैं कि दस सालों में दुनिया खत्म हो जाएगी, फिर राष्ट्रगान का अपमान करते हैं। उम्र के इस पड़ाव में आ गए हैं जहां 14 करोड़ बिहार वासियों का भविष्य सुरक्षित हाथों में नहीं है। इसलिए उन्हें त्यागपत्र दे देना चाहिए। बिहार की जनता ने उन्हें 20 साल मौका दिया। इस दौरान जो करना था वह कर लिए। जितना हो सकता था वह किया। लेकिन बार बार उनकी हरकतें देख कर बोलना पड़ता है। कोई भी इस वीडियो को देखे तो मुख्यमंत्री की सेहत को लेकर चिंतित हो जाएगा।
तेजस्वी यादव ने कि इस मुद्दे पर सबकी राय एक है चाहे विपक्ष हो या पक्ष। सहयोगी दल के लोग दिल में ही अपनी बात दबा लेते हैं लेकिन, यह मानते और जानते हैं कि नीतीश कुमार सीएम पद के यो्ग्य नहीं रहे। उन्होंने कहा कि पीएम इन्हें लाडले मुख्यमंत्री बताते हैं। लेकिन इस प्रकरण पर अभी तक चुप हैं। जब चुनाव आएगा तो फिर बार बार आएंगे और लिट्टी चोखा सब खाएंगे।