पटना:केंद्रीय मंत्री और हम के संस्थापक जीतन मांझी ने रविवार को नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला बोला, मांझी ने कहा कि तेजस्वी को आरक्षण पर बोलने का हक नहीं है। वो आरक्षण का अर्थ नहीं समझते हैं। किसको आरक्षण मिलना चाहिए ये नहीं जानते। क्योंकि माता-पिता मुख्यमंत्री थे, इसलिए वो आज राजनीति में हैं। उनके परिवार की कोई आंदोलनकारी पृष्ठभूमि नहीं रही है। आरक्षण के संबंध में वो कुछ नहीं जानते हैं। मैं और चिराग पासवान उसी वर्ग से पैदा हुए हैं, और आरक्षण का लाभ लेकर काम कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता जवाहरलाल नेहरू आरक्षण विरोधी थे। और विपक्ष गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बीआर आंबेडकर का अपमान किए जाने का दावा इसलिए कर रहा है क्योंकि उसके पास उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। हमारे पास देश को राजनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से आगे ले जाने का एजेंडा है।
मांझी ने कहा कि शाह ने पूछा था कि कांग्रेस आंबेडकर का नाम तो लेती है लेकिन क्या वह उनका अनुसरण भी करती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार आंबेडकर का सम्मान कर रही है। जबकि विपक्ष के पास कोई अन्य मुद्दा नहीं है, इसलिए आरोप लगाना उसकी प्रवृत्ति बन गया है।
उन्होने कहा कि ससंद में हुई अप्रिय घटना के बारे में अवगत कराया। जीतन मांझी ने कहा कि वास्तव में यह घटना संसदीय इतिहास की ऐसी पहली घटना है, जब दो सांसदों को हॉस्पिटलाइज होना पड़ा है। विपक्ष का संसद नहीं चलने देने का रवैया अत्यंत निंदनीय है और यह स्वस्थ लोकतंत्र के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है। विपक्ष को संसद में सहयोगात्मक रवैया अपनाना चाहिए।