पटना। लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा कभी भी हो सकती है। मगर बिहार एनडीए में सीट बंटवारे पर पेच अभी सुलझ नहीं पाया है। चाचा और भतीजा के बीच की तकरार बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस और उनके भतीजे चिराग पासवान दोनों हाजीपुर से चुनाव लड़ना चाहते हैं। चिराग पासवान अपनी पार्टी लोजपा रामविलास के लिए 6 सीटें मांग रहे हैं, वहीं पारस भी हाजीपुर समेत 5 सीटों पर अपना दावा ठोक रहे हैं। बीजेपी दोनों नेताओं के बीच सुलह की कोशिश में जुटी है। बीजेपी चाहती है कि चाचा-भतीजा एक हो जाएं और लोजपा के दोनों गुटों का विलय हो जाए। ताकि सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय करने में आसानी रहे। इसके लिए बीजेपी के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने मंगलवार रात पशुपति पारस से बात भी की।
पशुपति पारस ने उन सभी पांच सीटों पर दावा किया जहां से अभी रालोजपा के सांसद हैं। यही नहीं, उन्होंने साफ किया कि वह हर हाल में हाजीपुर से ही लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। दरअसल, उन्होंने लोजपा के टूट के समय उनके साथ आए पार्टी के चारों सांसदों की सीट पर अपना स्वाभाविक दावा बताया। उन्होंने बीजेपी से आगामी चुनाव में पांच सीटें लड़ने के लिए मांगी हैं।
बीजेपी प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े ने पारस की बातें ध्यान से सुनीं। फिर उन्होंने पारस को चिराग पासवान से हाथ मिलाने का सुझाव दिया। तावड़े ने कहा कि पारस को इसकी पहल करनी चाहिए और लोजपा के दोनों गुटों को एक करना चाहिए। इससे लोकसभा चुनाव में बेहतर स्थिति होगी। हालांकि, पशुपति पारस इस बात पर अमल करेंगे या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा।
दूसरी ओर, लोजपा रामविलास के मुखिया चिराग पासवान की एनडीए से नाराजगी की अटकलें तेज हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर मनमुताबिक सीटें नहीं मिलीं तो वह एनडीए छोड़कर जा सकते हैं। उन्हें महागठबंधन से 8 सीटों का ऑफर भी मिल चुका है। हालांकि, खुद चिराग ने इन बातों को अफवाह बताया है। वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मंगलवार को कहा कि एनडीए में सब ऑल इज वेल है। कहीं कोई समस्या नहीं है। चिराग के सवाल पर उन्होंने कहा कि कहीं कोई नहीं जा रहा है। सब एनडीए में ही रहेंगे।