नई दिल्ली:वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय की पहल पर चीन से आने वाले माल की गुणवत्ता की लगातार जांच की जा रही है और घटिया माल के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। मंत्रालय के मुताबिक चीन से घटिया किस्म के आवश्यक आइटम के आयात पर रोक लगाई जा सकती है। चीन से अंडर वायसिंग (कम कीमत दिखाकर) के तहत होने वाले आयात पर भी सख्त नजर रखी जा रही है। वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के साथ इन पर कार्रवाई की जा रही है। इसे रोकने के अन्य उपायों पर भी विचार किया जा रहा है।
भारत अभी सबसे अधिक आयात चीन से करता है और चीन के साथ बढ़ता व्यापार घाटा चिंता का सबब बनता जा रहा है। वित्त वर्ष 2022-23 के अप्रैल-दिसंबर में चीन से भारत ने 75.87 अरब डालर का आयात किया, जो गत वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 11.90 प्रतिशत अधिक है। दूसरी तरफ, पिछले साल अप्रैल-दिसंबर में चीन को किए जाने वाले निर्यात में 35 प्रतिशत की गिरावट रही है।
भारत ने पिछले साल अप्रैल-दिसंबर में चीन को सिर्फ 11.03 अरब डालर का निर्यात किया, जबकि वर्ष 2021 के अप्रैल-दिसंबर में भारत ने चीन को 17.12 अरब डालर का निर्यात किया था। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के मुताबिक चीन के आंतरिक हालात की वजह से भी चीन को किए जाने वाले निर्यात में कमी आई है।
वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के मुताबिक, वस्तुओं के निर्यात बढ़ाने के लिए निर्यात होने वाली हर वस्तु और भारत से माल खरीदने वाले सभी देशों के बाजार की समीक्षा की जा रही है। मंत्रालय के मुताबिक, गत दिसंबर माह में वस्तुओं का कुल निर्यात 34.47 अरब डॉलर का रहा, जबकि वर्ष 2021 दिसंबर में 39.27 अरब डॉलर का निर्यात किया गया था। गत दिसंबर में 55.17 अरब डॉलर का आयात किया गया था, जबकि वर्ष 2021 के दिसंबर में 60.32 अरब डॉलर का आयात किया गया था।