पंचांग के अनुसार, हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि इस दिन मां सरस्वती प्रकट हुई थीं। इसी के कारण इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने का विधान है। मां सरस्वती को ज्ञान, कला और वाणी की देवी माना जाता है। इस दिन मां की पूजा करने के साथ-साथ पौधारोपण करने का भी विधान है। ऐसे में आप चाहे तो बसंत पंचमी के दिन घर पर ये खास पौधा लगा सकते हैं। इस पौधे को घर में लगाने से मां सरस्वती के साथ मां लक्ष्मी की भी असीम कृपा प्राप्त होगी।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है। इस पौधे को मोरपंखी कहा जाता है। इसके अलावा इसे विद्या वाला पौधा भी कहा जाता है। इसी कारण बचपन में इसे कापी, किताबों में रखते हैं, ताकि मां सरस्वती के आशीर्वाद से एकाग्रता बढ़ें। आमतौर पर इसे घर की सजावट के तौर पर लगाया जाता है। लेकिन आपको शायद ये बात नहीं पता है कि यह पौधा आपके जीवन को बदलकर रख सकता है।
घर में कैसे लगाएं मोरपंखी का पौधा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस पौधों के हमेशा जोड़े में लगाना चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में हमेशा खुशियां बनी रहती हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास बना रहता है।
इस दिशा में लगाएं मोरपंखी का पौधा
वास्तु के हिसाब से मोरपंखी के पौधे को हमेशा घर के पूर्व या उत्तर दिशा की ओर लगाना चाहिए। इसके अलावा आप चाहे तो घर के मुख्य द्वार में भी लगा सकते हैं। ऐसा करने से निगेटिव एनर्जी घर के अंदर प्रवेश नहीं कर पाएगी। इसके साथ ही घर में सुख-समृद्धि आती है।
इस दिशा में न लगाएं
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मोरपंखी के पौधे को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। इससे अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।
तुरंत लगाएं दूसरा पौधा
कई बार किसी कारणवश मोरपंखी का पौधा सूख जाता है, तो उसे हटाकर तुरंत दूसरा मोरपंखी का पौधा लगा देना चाहिए।