इंदौर:एक युवक के फांसी लगाने से हड़कंप मच गया है। युवक रिटायर SI का बेटा बताया जा रहा है। उसकी पहचान 24 साल के हमेंत चौहान के रूप में हुई है। हेमंत हरदा का रहने वाला है लेकिन घटना खजराना की बताई जा रही है। यहां वह अपनी बहन और जीजा के साथ रहता था। बताया जा रहा है कि घटना के समय वो घर पर अकेला था। उसने रुमाल से आंखों पर पट्टी बांझी और चार्जिंग कैबल को रस्सी की तरह इस्तेमाल कर हाथ बांध लिए, इसके बाद फांसी के फंदे से झूल गया। उसके पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें उसने अपनी जीवन की असफलताओं के बारे में जिक्र करते हुए मम्मी पापा से माफी मांगी है।
पुलिस के मुताबिक हेमंत के पिता इंदौर में SI के पद से कुछ समय पहले रिटायर हुए थे। हेमंत इंदौर के एक निजी अस्पताल में नौकरी करता था । हेमंत अपनी बहन के साथ इंदौर के न्याय नगर में रहता था। उसके जीजा इंदौर के रेडियोलाजिस्ट है। घटना वाले दिन घर पर कोई नहीं था। मृतक के परिजन के मुताबिक घटना वाले दिन हेमंत की बड़ी बहन माता पिता से मिलने हरदा गई हुई थी। इसलिए शाम को उसकी छोटी बहन हेमंत के लिए खाना बनाने के लिए घर पर आई थी।
काफी खटखचाने के बाद भी जब घर का दरवाजा जब नहीं खुला तो उसने पड़ोसियों को बताया। पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ तो हेमंत फांसी के फंदे से लटका पाया गया। पुलिस शव को कब्जे में लिया। कमरे में एक सुसाइड नोट मिला जिसमे उसने माता पिता से माफ़ी भी मांगी और अपने जीवन में असफलता का जिर्क किया, लेकिन फांसी से पहले हेमंत ने आंखों पर रुमाल की पट्टी और हाथ मोबाइल चार्जर केबल से क्यों बांध लिए, पुलिस की वजह तलाशने में जुटी है। हेमंत को कुछ समय पहले उसके परिवार वालों ने एक इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकान भी खुलवाई थी। लेकिन व्यापर में घाटा होने के कारण दुकान बंद कर वह नौकरी करने लगा। परिवार वालों का मानना है कि इन उतारा चड़ाव से परेशान होकर हेमंत ने यह कदम उठाया।