पोर्ट ब्लेयर। अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह से नवनिर्वाचित भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद बिष्णु पद रे के उस भाषण का वीडियो वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है, जिसमें वह (उन्हें) वोट न देने वाले लोगों को धमका रहे हैं। हालांकि रे ने शुक्रवार को दावा किया कि उनकी टिप्पणी की ‘गलत व्याख्या की गयी’। भाषण के दौरान सांसद ने कहा था, ”लोगों का काम होगा, पूरा होगा, लेकिन जिन लोगों ने हमें वोट नहीं दिया, उनका क्या होगा। सोच लेना….।”
हालांकि, रे ने स्पष्ट किया कि वह पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान निकोबार में कुशासन और भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहे थे। रे ने यह भी दावा किया, ”मेरा बयान उन लोगों के एक वर्ग के खिलाफ था, जिन्होंने चुनाव के दौरान मेरे निकोबारी भाइयों और बहनों को गुमराह किया था। इसीलिए मैंने कहा था- सीबीआई आएगी…जरूर आएगी…सोच लेना भैया।”
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मेरे बयान की गलत व्याख्या की गई और उसे गलत समझा गया। मैंने पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान निकोबार जिले में कुशासन और भ्रष्टाचार की ओर इशारा किया।” निकोबारी जनजाति के लोगों को कथित तौर पर धमकी देने के बारे में पूछे जाने पर रे ने कहा, “मेरा भाषण कभी भी उनके खिलाफ नहीं था। वे बहुत मासूम हैं। मैंने केवल उन लोगों को चेतावनी दी थी, जिन्होंने पिछले कांग्रेस सांसद के लिए काम किया था और भ्रष्ट आचरण में शामिल थे।
उन्होंने मतदाताओं को प्रभावित किया।” रे ने हाल ही में संपन्न संसदीय चुनावों में कांग्रेस से अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह की एकमात्र लोकसभा सीट छीनी है। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप राय शर्मा को लगभग 24,000 मतों के अंतर से हराया।