इंदौर:मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में पुलिस ने 4 साल के बच्चे की हत्या के डेढ़ महीने पुराने मामले के खुलासे का दावा करते हुए उसके 80 साल के परनाना को सोमवार को गिरफ्तार किया। पुलिस की एक अधिकारी के मुताबिक, बुजुर्ग ने ननिहाल में रह रहे बालक के कारण उसके परिवार को आ रहीं कथित समस्याओं के कारण हत्याकांड को अंजाम दिया।
पुलिस अधीक्षक (देहात) हितिका वासल ने संवाददाताओं को बताया कि क्षिप्रा थाना क्षेत्र में 7 अप्रैल की रात श्रेयांश चौधरी (चार वर्ष) की गला घोंटकर हत्या करने के आरोप में उसके परनाना शोभाराम चौधरी (80) को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि श्रेयांश की मां नीतू अपने पति से विवाद के चलते पिछले दो साल से मायके में चार साल के बेटे के साथ रह रही थी और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी भी कर रही थी। पुलिस अधीक्षक ने कहा,’मायके वाले नीतू और उसके बेटे को बोझ समझ रहे थे। वे नीतू को मानसिक रूप से परेशान करते थे और ताना भी मारते थे कि उसका बेटा बड़ा होने पर मायके की संपत्ति में हिस्सेदार हो जाएगा।’
उन्होंने कहा, ‘नीतू के परदादा शोभाराम ने देखा कि उसके परनाती श्रेयांश के कारण उसके परिवार में बहुत दिक्कत हो रही है और घर में आए दिन झगड़े का माहौल बना रहता है। शोभाराम को लगा कि अगर बच्चा मर जाएगा, तो ये दिक्कतें जड़ से खत्म हो जाएंगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि श्रेयांश रोज रात को अपने परनाना शोभाराम के साथ ही सोता था। उन्होंने कहा, ‘शोभाराम ने 7 अप्रैल की रात चादर की तह बनाई और इसे बच्चे के मुंह पर रखकर उसका दम घोंट दिया। यह वही चादर थी जिसे ओढ़कर शोभाराम सोता था। वासल के मुताबिक, पुलिस ने मृत बालक के ननिहाल पक्ष के लोगों से विस्तृत पूछताछ के आधार पर शोभाराम को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया और मामले में विस्तृत जांच जारी है।