वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वह “बहुत गुस्से में हैं, नाराज हैं,” एनबीसी ने रिपोर्ट किया। यह बयान यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के अमेरिकी प्रयासों के बीच आया है।
एनबीसी की पत्रकार क्रिस्टन वेल्कर के अनुसार, ट्रंप ने उन्हें फोन कर पुतिन द्वारा यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के भविष्य पर संदेह जताने को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की—हालांकि खुद ट्रंप भी ज़ेलेंस्की पर सवाल उठा चुके हैं।
रूस पर नए प्रतिबंधों की धमकी
रविवार को एनबीसी के शो “मीट द प्रेस” में वेल्कर ने ट्रंप की सुबह की बातचीत को उद्धृत करते हुए कहा, “अगर रूस और मैं यूक्रेन में खूनखराबा रोकने के लिए किसी समझौते पर नहीं पहुंच पाए, और अगर मुझे लगेगा कि इसमें रूस की गलती है… तो मैं रूस से निकलने वाले सभी तेल पर सेकेंडरी टैरिफ लगाऊंगा।”
ट्रंप ने कहा कि वह पुतिन की ज़ेलेंस्की की वैधता पर टिप्पणी से “बेहद नाराज और गुस्से में” हैं।
यूक्रेन युद्ध पर अमेरिका की कोशिशें
ट्रंप प्रशासन यूक्रेन युद्ध को जल्द समाप्त करने के प्रयास कर रहा है, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है। अमेरिका और यूक्रेन द्वारा प्रस्तावित 30-दिन के संघर्षविराम को पुतिन ने खारिज कर दिया, और शुक्रवार को उन्होंने शांति वार्ता के हिस्से के रूप में ज़ेलेंस्की को हटाने की बात कही।
ट्रंप ने एनबीसी से कहा कि पुतिन जानते हैं कि वह नाराज हैं, लेकिन यह भी कहा कि उनके और पुतिन के बीच “बहुत अच्छे संबंध” हैं और उनका गुस्सा “जल्दी शांत हो सकता है, अगर पुतिन सही कदम उठाते हैं।”
रूस को बढ़त?
ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका और रूस के बीच रिश्तों में गर्मजोशी आई है, और उनकी यूक्रेन को समर्थन रोकने की धमकियों ने रूस को युद्ध में बल दिया है।
यूक्रेन ने रूस पर वार्ता को लंबा खींचने और युद्ध विराम में कोई दिलचस्पी न होने का आरोप लगाया है। इस बीच, रूस ने यूक्रेन के पूर्वोत्तर शहर खार्किव पर ताजा हमले किए, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए।
रूसी सेना ने रविवार को यूक्रेन के केंद्रीय डिनिप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र की सीमा से सिर्फ 7 किलोमीटर दूर एक गांव पर कब्जा कर लिया।
ज़ेलेंस्की पर सवाल
पुतिन, जो 25 वर्षों से सत्ता में हैं, ने कई बार ज़ेलेंस्की की वैधता पर सवाल उठाया है। यूक्रेनी कानून के अनुसार, युद्धकाल में चुनाव नहीं कराए जा सकते, और ज़ेलेंस्की के घरेलू विपक्षी दलों ने भी चुनाव टालने की मांग की है।
ट्रंप ने भी ज़ेलेंस्की के साथ कई बार मतभेद जताए हैं और पिछले महीने व्हाइट हाउस में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान उन्हें “तानाशाह” कहा था।
संघर्षविराम पर गतिरोध
शनिवार रात अपने संबोधन में ज़ेलेंस्की ने अमेरिका के बिना शर्त संघर्षविराम प्रस्ताव का जिक्र करते हुए रूस पर दबाव बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा, “अगर रूस पर सही दबाव बनाया जाए, तो युद्ध अब तक रुक सकता था।”
इस सप्ताह अमेरिका के साथ वार्ता के दौरान मास्को और कीव ने काला सागर संघर्षविराम के सिद्धांत पर सहमति जताई, लेकिन रूस ने साफ कर दिया कि यह समझौता तभी लागू होगा जब यूक्रेन के सहयोगी रूस पर लगे कुछ प्रतिबंध हटा देंगे।
रूस पर अमेरिकी टैरिफ
ट्रंप ने एनबीसी को बताया कि अगर रूस युद्ध नहीं रोकता, तो “अगर कोई रूस से तेल खरीदेगा, तो वह अमेरिका में व्यापार नहीं कर पाएगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि रूसी तेल पर 25 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक का टैरिफ लगाया जाएगा, हालांकि उन्होंने विस्तृत जानकारी नहीं दी।