नई दिल्ली: वैश्विक व्यापार युद्ध को और बढ़ाते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी वस्तुओं पर अन्य देशों द्वारा लगाए गए शुल्क के जवाब में नए टैरिफ लागू करने की घोषणा की। व्हाइट हाउस रोज़ गार्डन में आयोजित एक कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा कि अमेरिका सभी आयातों पर 10 प्रतिशत की न्यूनतम टैरिफ दर लागू करेगा, जबकि कुछ बड़े व्यापारिक साझेदारों पर इससे भी अधिक शुल्क लगाया जाएगा।
ट्रंप ने कहा, “यह हमारी स्वतंत्रता की घोषणा है। हम 10 प्रतिशत का न्यूनतम बेसलाइन टैरिफ स्थापित करेंगे।”
ट्रंप के नए टैरिफ के अनुसार, चीन पर 34 प्रतिशत, यूरोपीय संघ पर 20 प्रतिशत, जापान पर 24 प्रतिशत और भारत पर 26 प्रतिशत आयात शुल्क लगेगा।
दुनिया भर से कड़ी प्रतिक्रियाएं
अमेरिका के इस कदम के खिलाफ उसके व्यापारिक साझेदारों ने कड़ा रुख अपनाया है और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि इस कदम का सबसे अधिक नुकसान अमेरिकी जनता को होगा। “यह अमेरिकी लोगों को महंगा पड़ेगा। हमारी सरकार जवाबी टैरिफ लगाने की दौड़ में शामिल नहीं होगी।”
कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने ट्रंप के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि “हम इन टैरिफ के खिलाफ संघर्ष करेंगे। अमेरिकी शुल्क सीधे लाखों कनाडाई नागरिकों को प्रभावित करेंगे।”
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने संसद में कहा, “व्यापार युद्ध किसी के हित में नहीं है। हम हर संभावित स्थिति के लिए तैयार हैं और कोई भी विकल्प बाहर नहीं रखेंगे।”
जर्मनी ने चेतावनी दी कि व्यापार युद्ध दोनों पक्षों को नुकसान पहुंचाएगा।
स्पेन के प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज़ ने कहा कि उनका देश “अपने उद्योगों और श्रमिकों की रक्षा करेगा और खुले व्यापार के पक्ष में रहेगा।”
स्वीडन के प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टर्सन ने कहा, “हम व्यापार युद्ध नहीं चाहते… हम अमेरिका के साथ व्यापार और सहयोग के रास्ते पर लौटना चाहते हैं।”
आयरलैंड के व्यापार मंत्री साइमन हैरिस ने अमेरिका के साथ समाधान निकालने पर जोर दिया। “वार्ता और संवाद ही सबसे बेहतर रास्ता है।”
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, जो ट्रंप की करीबी मानी जाती हैं, ने भी अमेरिका के साथ बातचीत के जरिये समाधान निकालने की अपील की। उन्होंने कहा, “हम पश्चिमी देशों को कमजोर करने वाले किसी भी व्यापार युद्ध से बचने के लिए अमेरिका के साथ समझौते पर काम करेंगे।”
यूरोपीय संघ (EU) ने घोषणा की कि वह अप्रैल के अंत तक अमेरिका के नए टैरिफ का जवाब देगा। शुरुआत में स्टील और एल्युमिनियम पर प्रतिक्रिया दी जाएगी, जिसके बाद अन्य क्षेत्रों पर कदम उठाए जाएंगे।
ब्राज़ील ने ट्रंप के 10 प्रतिशत टैरिफ का जवाब देने के लिए एक नया कानून पारित किया है। हालांकि, ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा ने कहा कि “हम चुप नहीं बैठ सकते।”
व्यापार युद्ध की आहट!
ट्रंप के इस कदम के बाद व्यापारिक रिश्तों में तनाव और बढ़ सकता है। अगर अमेरिका और उसके साझेदार देशों के बीच व्यापार युद्ध छिड़ता है, तो इसका असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिलेगा।