वॉशिंगटन:अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एक सख्त बयान जारी करते हुए कहा कि अब कोई भी देश या व्यक्ति ईरान से तेल या पेट्रोकेमिकल उत्पादों की खरीद नहीं कर सकता। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसा करने वालों पर तुरंत द्वितीयक प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर पोस्ट करते हुए ट्रंप ने लिखा:
“ऐसे किसी भी व्यक्ति या देश को अमेरिका के साथ किसी भी प्रकार से व्यापार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
यह घोषणा ईरान पर अमेरिकी दबाव को और बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अमेरिका का उद्देश्य है कि ईरान की तेल बिक्री को पूरी तरह रोका जाए, जिससे उसकी आर्थिक और राजनीतिक गतिविधियों पर असर पड़े।
इस कदम का वैश्विक स्तर पर भी प्रभाव पड़ सकता है, खासकर उन देशों पर जैसे कि चीन, भारत, और तुर्की, जो अतीत में ईरानी तेल के आयातक रहे हैं। इसके साथ ही, तेल की आपूर्ति कम होने की आशंका से तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकता है।
विश्लेषकों का कहना है कि यह बयान ट्रंप की पहले की नीतियों का ही विस्तार है, जिनके तहत उन्होंने 2015 के ईरान परमाणु समझौते (JCPOA) से अमेरिका को बाहर कर दिया था और ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगाए थे।
बाइडन प्रशासन की ओर से इस बयान पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन जानकारों का मानना है कि ट्रंप की इस सख्त टिप्पणी से सरकार पर अपनी नीति स्पष्ट करने का दबाव बढ़ सकता है।