कोविड के बाद से लोग इंश्योरेंस के प्रति अधिक जागरूक हुए हैं। लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस, और टर्म इंश्योरेंस की खरीददारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस लेख में हम टर्म इंश्योरेंस पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जो नॉमिनी को तब लाभ पहुंचाता है जब परिवार के मुखिया का असामयिक निधन हो जाए। यह परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। लेकिन सही टर्म इंश्योरेंस चुनने के लिए किन बातों का ध्यान रखें? आइए इसे चरणबद्ध तरीके से समझते हैं।
1. अपनी जरूरत को समझें
टर्म इंश्योरेंस खरीदने से पहले अपनी आवश्यकताओं का आकलन करें। विचार करें कि आपके न रहने पर आपके परिवार को कितनी राशि की आवश्यकता होगी।
- होम लोन, पर्सनल लोन, बच्चों की पढ़ाई, और अन्य जिम्मेदारियों का विश्लेषण करें।
- महंगाई के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए भविष्य की जरूरतें कैलकुलेट करें।
- कई कंपनियां मुफ्त में कैलकुलेटर और सलाह उपलब्ध कराती हैं। आप उनकी मदद ले सकते हैं।
2. सच्चाई न छुपाएं
टर्म इंश्योरेंस खरीदते समय अपनी आदतों और स्वास्थ्य से जुड़ी सही जानकारी कंपनियों को दें।
- यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छुपाने की कोशिश न करें। ऐसा करने से क्लेम रिजेक्ट होने की संभावना बढ़ जाती है।
- क्लेम के समय कंपनियां गहन जांच-पड़ताल करती हैं। इसलिए, सच्चाई छुपाने से बचें।
3. सही कंपनी का चयन करें
किस कंपनी से टर्म इंश्योरेंस खरीदें, यह तय करना महत्वपूर्ण है।
- कंपनी का अनुभव और बिजनेस का आकार चेक करें।
- सेटलमेंट अमाउंट और सेटलमेंट रेशियो की जांच करें। यदि सेटलमेंट रेशियो 98% से कम है, तो ऐसी कंपनी से बचें।
- यह जानकारी IRDAI की वेबसाइट पर उपलब्ध होती है।
4. राइडर्स का ध्यान रखें
प्लान में मिलने वाले राइडर्स (जैसे गंभीर बीमारी या एक्सिडेंटल कवरेज) का विश्लेषण करें।
- सुनिश्चित करें कि ये सुविधाएं अलग से उपलब्ध हों, न कि मूल राशि में जोड़कर।
- उदाहरण के तौर पर, यदि 1 करोड़ के प्लान में 30 लाख गंभीर बीमारी के लिए हैं, तो मूल राशि केवल 70 लाख रह जाएगी।
5. रिटर्न की अपेक्षा न करें
टर्म इंश्योरेंस कठिन परिस्थितियों के लिए खरीदा जाता है, न कि रिटर्न के लिए।
- रिटर्न की अपेक्षा वाले प्लान महंगे होते हैं और उनके लाभ सीमित रहते हैं।
- इसे केवल सुरक्षा के दृष्टिकोण से खरीदें।
सारांश
टर्म इंश्योरेंस परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने वाला एक आवश्यक साधन है। इसे खरीदने से पहले अपनी जरूरतों का सही आकलन करें, कंपनी और प्लान को ठीक से समझें, और निर्णय लें। ध्यान रखें, सच्चाई से की गई छोटी-छोटी सावधानियां आपके परिवार को भविष्य में बड़ा सहारा दे सकती हैं।