वॉशिंगटन:अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तीन कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करते हुए कनाडा और मैक्सिको से आने वाले उत्पादों पर भारी टैरिफ लगाने की घोषणा की। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्तियाँ अधिनियम (IEEPA) का हवाला देते हुए कहा कि अवैध प्रवास और ड्रग तस्करी से उत्पन्न “असाधारण खतरे” को राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया जा सकता है।
“अमेरिकियों की सुरक्षा करना मेरी जिम्मेदारी है,” ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। “मैंने अपने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था कि अवैध प्रवास और ड्रग्स की बाढ़ को रोकूंगा, और अमेरिकियों ने भारी समर्थन दिया था।”
उत्तर अमेरिकी व्यापार भागीदारों पर नए टैरिफ
नए आदेशों के तहत, कनाडा और मैक्सिको से आने वाले उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाया गया है। हालांकि, कनाडा से आयातित ऊर्जा संसाधनों पर केवल 10% शुल्क लगेगा, जिसे व्हाइट हाउस ने अस्थायी बताया और कहा कि “यह तब तक लागू रहेगा जब तक संकट समाप्त नहीं हो जाता।” ये टैरिफ **मंगलवार से प्रभावी होंगे।
व्हाइट हाउस ने इस कदम का बचाव करते हुए बाइडेन प्रशासन को “अब तक के सबसे खराब सीमा संकट” के लिए जिम्मेदार ठहराया। उनके अनुसार, बाइडेन के कार्यकाल में 1 करोड़ से अधिक अवैध प्रवासी अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर चुके हैं, जिनमें चीनी नागरिक और आतंकवाद सूची में शामिल लोग भी शामिल हैं।
कनाडा और मैक्सिको का पलटवार
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्रम्प के फैसले को “अनुचित” बताया और कहा कि “हम यह नहीं चाहते थे, लेकिन हम पूरी तरह तैयार हैं।”
वहीं, मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम पार्डो ने टैरिफ नीति की आलोचना करते हुए कहा, “समस्याओं को हल करने का तरीका टैरिफ नहीं, बल्कि बातचीत और संवाद है।” उन्होंने अपने अर्थव्यवस्था सचिव को “प्लान बी” लागू करने का निर्देश दिया, जिसमें मैक्सिको के आर्थिक हितों की रक्षा के लिए टैरिफ और गैर-टैरिफ उपाय शामिल होंगे।
वैश्विक स्तर पर ट्रम्प का टैरिफ अभियान
ट्रम्प पहले भी कोलंबिया पर 25% टैरिफ लगाने की धमकी दे चुके हैं, जब कोलंबिया ने अमेरिका से निर्वासित प्रवासियों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। हालांकि, बाद में दोनों देशों के बीच समझौता हो गया।
ट्रम्प ने हाल ही में यूरोपीय संघ (EU) पर भी टैरिफ लगाने की योजना की घोषणा की है। इसके अलावा, उन्होंने BRICS देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने वैश्विक व्यापार में अमेरिकी डॉलर को हटाने की कोशिश की, तो उनकी निर्यातित वस्तुओं पर 100% टैरिफ लगाया जाएगा।
गौरतलब है कि BRICS देश अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने की कोशिश कर रहे हैं। चीन की ओर से अभी तक ट्रम्प की नई टैरिफ नीतियों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह निश्चित है कि आने वाले हफ्तों में वैश्विक व्यापार युद्ध तेज हो सकता है।