पटना:बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी की दो दिवसीय राज्य स्तरीय चिंतन शिविर होने वाला है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर ये मीटिंग हो रही है। एक और दो जून को राजगीर में पार्टी को मजबूत करने पर मंथन होगा। राजस्थान के उदयपुर में हुए चिंतन शिविर की तर्ज पर इसका आयोजन किया जाएगा। उदयपुर की मीटिंग में लिए गए अहम फैसलों को प्रदेश स्तर पर पहुंचाने की रणनीति बनेगी। इसमें राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के 300 नेता शामिल होंगे।
एक और दो जून को होने वाले चिंतन शिविर में 300 कांग्रेसी मंथन करेंगे। राजगीर में दो दिन का राज्य-स्तरीय चिंतन शिविर होगी। आलाकमान के निर्देश पर इसका आयोजन किया जा रहा है। उदयपुर चिंतन शिविर की अहम बातों को नीचे स्तर तक पहुंचाने पर जोर रहेगा। राजगीर चिंतन शिविर में सदस्यता अभियान, पार्टी के सिद्धांत और नीतियों से लेकर नेताओं के बीच विचार-विमर्श होगा।
बिहार कांग्रेस के नेता राजेश राठौड़ ने मीडिया को बताया कि उदयपुर में हुए चिंतन शिविर के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस के महासचिव और पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने एक पत्र जारी किया है। जिसमें राज्य कांग्रेस को एक और दो जून को राज्य स्तरीय चिंतन शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस शिविर में पार्टी के प्रदेश प्रभारी, सभी सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, कार्यकारी अध्यक्ष, विधानमंडल दल के नेता, सभी वरिष्ठ पदाधिकारी, सांसद, विधायक, विधान पार्षद, फ्रंटल संगठन के अध्यक्ष, प्रभारी, महिला कांग्रेस, यूथ कांगेस और एनएसयूआई के पदाधिकारी शामिल होंगे।
9 अगस्त से सभी जिलों में कांग्रेस कमेटी की ओर से 75 किलोमीटर लंबी पदयात्रा शुरू की जाएगी। 15 अगस्त को भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के समापन पर कई कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया गया है। राज्य स्तर पर राजनीतिक मामलों की समिति का गठन भी होगा। हर महीने इसकी बैठक भी होगी। उदयपुर चिंतन शिविर के बाद राज्य कांग्रेस ने जून से अगस्त के बीच कई कार्यक्रमों की प्लानिंग की है। छोटी जनसभाओं के जरिए लोगों से संवाद कायम करने भी योजना है। साथ ही ‘रोजगार दो’ यात्रा भी प्रस्तावित है।