उज्जैन:मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर की भस्मारती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को नाश्ता दिया जाएगा। यह नाश्ता भस्मारती संपन्न होने के बाद वितरित किया जाएगा। मंदिर समिति ने इसकी तैयारी कर ली है और जल्द ही यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। टोकन के जरिए नाश्ते का वितरण किया जाएगा। यह प्रस्ताव 2019 में आया था, लेकिन कोविड के चलते इस पर अमल नहीं हो पाया था।
1500 से 1700 श्रद्धालुओं को मिलेगा लाभ
मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि देशभर से आने वाले श्रद्धालु भस्मारती में शामिल होने के लिए देर रात ही मंदिर पहुंच जाते हैं। सुबह तक भूखे-प्यासे यह लोग लाइन में लगे रहते हैं। यही वजह है कि मंदिर समिति जल्द ही नई व्यवस्था शुरू करने जा रही है। इसके अनुसार हर दिन सुबह 6 से 8 बजे तक 1500 से 1700 ज्यादा श्रद्धालुओं प्रसाद के रूप में चाय-नाश्ता बंटा जाएगा। यह व्यवस्था दानदाताओं के सहयोग से चलेगी।
तीन शिफ्ट में आएंगे कर्मचारी
महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा अलग-अलग प्रकल्प के साथ ही नि:शुल्क अन्न क्षेत्र का संचालन भी किया जाता है। अन्न क्षेत्र में प्रतिदिन सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के प्रसाद स्वरूप भोजन प्रसादी दिया जाता है। धाकड़ ने बतया कि इसके लिए 50 लीटर दूध लगेगा। साथ ही नाश्ते के लिए रोजाना 40 किलो पोहा लगेगा। नाश्ता बनाने के लिए रात 2 बजे से नई शिफ्ट में कर्मचारी आएंगे। अबतक अन्न क्षेत्र में सिर्फ दो शिफ्ट में 40 कर्मचारी खाना बनाने आते थे। लेकिन गुरुवार से यहां तीन शिफ्ट में रात 2 बजे से सुबह 8 बजे तक, सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक और 2 से रात 9 बजे तक काम होगा।