मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से संबंधों का सोशल मीडिया पर खुलासा करने के लिए एक पोस्ट की है। रायसेन के शिवलिंग के बहाने उमा भारती ने यह पोस्ट डाली है जिसमें वे सीएम चौहान के साथ रायसेन जिले के दौरे का बता रही हैं। वैसे उमा भारती इन दिनों सार्वजनिक रूप से बयानबाजी से दूरी बनाए हुए हैं और मीडिया से भी चर्चा से बच रही हैं।
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से डेढ़ दशक की अवधि में संबंध बनते और बिगड़ते रहे हैं। हाल में ही इन नेताओं के बीच संबंधों में शराब बंदी को लेकर दूरी हो गई थी जिसमें उमा भारती ने एक शराब की दुकान पर पत्थर फेंककर अपने उग्र तेवर दिखाए थे। मगर इसके बाद जब कुछ महिलाओं और अन्य लोगों ने प्रदेश में शराब बंदी आंदोलन किया तो सीएम चौहान ने साफ शब्दों में कहा दिया कि शराब बंदी नहीं बल्कि उनकी सरकार प्रदेश में नशा मुक्ति अभियान चलाएगी। सीएम ने यह बयान दो-तीन बार दोहराया तो उमा भारती भी शराब बंदी आंदोलन से पीछे हट गईं।
अब शिवराज संग होने का ट्वीट
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से रिश्तों में बदलाव को दिखाने वाला एक ट्वीट उन्होंने गुरुवार की रात किया। इसमें भारती ने शिवराज के साथ रायसेन दौरे का सीधे-सीधे जिक्र करते हुए बहाना रायसेन किले के शिवलिंग को बनाया। उमा भारती ने ट्वीट में कहा है कि वे शिवराज सिंह चौहान के साथ बेगमगंज में विकास कार्यों के शिलान्यास और मूर्तियों के अनावरण कर वापस लौट रहीं थीं तो रायसेन किले के शिवलिंग को प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि उनकी मनोकामना है कि शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। भारत सरकार के पुरातत्व विभाग से यह अपेक्षा की कि शीघ्र ही वह शिवलिंग को लेकर निर्णय लेगा।
उमा भारती की ओबीसी के मुद्दों पर रही चुप्पी
गौरतलब है कि शराब बंदी अभियान से पीछे हटने के बाद उमा भारती की चुप्पी बनी हुई है। वे इसके बाद रायसेन किले के शिवलिंग पर बोली थीं लेकिन अभी तक उसको लेकर भी कोई फैसला नहीं हुआ है। वे शिवलिंग पर गंगा जल अर्पित करना चाहती हैं। उनकी चुप्पी की वजह से ओबीसी आरक्षण जैसे मुद्दे पर भी उनकी कोई टिप्पणी नहीं आई जबकि वे इसी वर्ग से आती हैं।