मुंबई:जहां एक तरफ महंगाई के मोर्चे पर लगातार बुरी खबर आ रही है। वहीं, दूसरी तरफ विदेशी निवेश के मामले में भारत के लिए एक अच्छी खबर आई है। विदेशी निवेशक देश में जमकर निवेश कर रहे हैं। निवेश के लिए भारत पसंदीदा देश बनता जा रहा है। दरअसल, फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में देश में रिकॉर्ड तोड़ विदेशी निवेश आया है। इसकी जानकारी कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मंत्रालय ने दी है। मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने वित्त वर्ष 2021-22 में 83.57 अरब अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानी एफडीआई (FDI) हासिल किया है, जो अब तक किसी भी वित्त वर्ष में सबसे अधिक है।
सिंगापुर से आया सबसे ज्यादा FDI
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत ने वित्त वर्ष 2021-22 में 83.57 अरब अमेरिकी डॉलर की अब तक का सबसे ज्यादा सालाना एफडीआई आया है।’’ इससे पहले वित्त वर्ष 2020-21 में एफडीआई इनफ्लो 81.97 अरब अमेरिकी डॉलर था। भारत में निवेश करने वाले प्रमुख निवेशक देशों के मामले में सिंगापुर 27 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर है। इसके बाद अमेरिका है जो कि 18 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर और 16 फीसदी के साथ मॉरीशस तीसरे का स्थान है।
इस सेक्टर में सबसे अधिक निवेश
मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबकि, ‘‘मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भारत बहुत तेजी से विदेशी निवेश के लिए पसंदीदा देश के रूप में तेजी से उभर रहा है।’’ मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में एफडीआई इक्विटी इनफ्लो 2020-21 (12.09 अरब डॉलर) की तुलना में 2021-22 में (21.34 अरब डॉलर) 76 प्रतिशत बढ़ा है। मंत्रालय के मुताबिक, भारत में कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के सेक्टर में सबसे ज्यादा विदेशी निवेश देखने को मिला है। इसके बाद सबसे अधिक विदेशी निवेश सर्विस सेक्टर और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को मिला है।