तिरुवनंतपुरम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केरल के तिरुवनंतपुरम में विझिनजम इंटरनेशनल सीपोर्ट परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उनके साथ केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, कांग्रेस सांसद शशि थरूर और भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर भी मंच पर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी गठबंधन पर व्यंग्य करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री विजयन जी INDI गठबंधन के एक मजबूत स्तंभ हैं, और शशि थरूर जी भी यहां मौजूद हैं। आज का यह कार्यक्रम बहुतों की नींद हराम कर देगा।” हालांकि, उनके भाषण का अनुवाद ठीक से नहीं किया गया, जिस पर प्रधानमंत्री ने कहा, “संदेश उन तक पहुंच गया है, जिन तक यह पहुंचाना था।”
बंदरगाह का महत्व और रणनीतिक भूमिका
इस अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह का निर्माण अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (APSEZ) द्वारा सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत किया गया है। यह भारत का पहला गहरे पानी वाला ट्रांसशिपमेंट पोर्ट है, जिसकी अनुमानित लागत 8,867 करोड़ रुपये है। दिसंबर 2024 में इसके व्यावसायिक संचालन की मंजूरी मिल चुकी है।
मोदी ने कहा, “बंदरगाह को बड़े मालवाहक जहाजों को संभालने की क्षमता के अनुरूप डिज़ाइन किया गया है। अब तक भारत की 75% ट्रांसशिपमेंट गतिविधियां विदेशी बंदरगाहों पर होती थीं, जिससे देश को राजस्व का भारी नुकसान होता था। विझिनजम बंदरगाह के चालू होने से यह स्थिति बदलेगी और आर्थिक लाभ देश में ही रहेगा।”
प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में देश के बंदरगाहों की क्षमता दोगुनी हो चुकी है और उनकी दक्षता में भी सुधार आया है। ‘टर्नअराउंड टाइम’—यानि एक जहाज के बंदरगाह पर आने और प्रस्थान करने के बीच लगने वाला समय—में 30% की कमी आई है।
थरूर ने किया प्रधानमंत्री का स्वागत
कांग्रेस सांसद शशि थरूर, जो तिरुवनंतपुरम लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित हैं, ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया और विझिनजम परियोजना को अपनी “शुरुआत से प्रिय परियोजनाओं में से एक” बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री के साथ तस्वीरें साझा करते हुए इस बंदरगाह को लेकर उत्साह व्यक्त किया। थरूर इससे पहले भी मोदी सरकार की कुछ विदेश नीति पहलों की सराहना कर चुके हैं।
अदाणी पर बयान और राजनीतिक संकेत
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी ने, जो गुजरात से हैं, केरल में इतना बड़ा बंदरगाह बनाकर गुजरातवासियों को “निराश” कर दिया होगा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि केरल सरकार के एक मंत्री द्वारा अदाणी समूह को राज्य का साझेदार बताना देश में हो रहे राजनीतिक बदलावों को दर्शाता है।
मोदी ने ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में भारत की समुद्री समृद्धि का उल्लेख करते हुए कहा, “एक समय था जब वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में भारत की अहम भागीदारी थी और इसकी समुद्री क्षमताएं दुनिया में अग्रणी थीं। केरल ने उस समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।”
संपादकीय टिप्पणी:
विझिनजम बंदरगाह का उद्घाटन न केवल भारत की समुद्री शक्ति को नया बल देने वाला कदम है, बल्कि यह केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सहयोग का एक प्रतीक भी बनकर उभरा है। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी की राजनीतिक टिप्पणियों से इस उद्घाटन को राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय भी बना दिया है।