स्पोर्ट्स डेस्क: टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली का ऑनफील्ड एग्रेशन अभी से नहीं सालों से चर्चा में रहा है। अपनी कप्तानी के समय विराट जिस तरह से मैदान पर विरोधी टीम के ऊपर अपने एग्रेशन से हावी हो जाते थे, उसके लिए उनकी काफी तारीफ भी हुई है। इतना ही नहीं विराट ने ऑस्ट्रेलिया में जाकर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों से और क्राउड से उनकी ही भाषा में बात करना शुरू किया और इसको लेकर कई सारे विवाद भी हुए। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने विराट के ऑनफील्ड एग्रेशन को लेकर कुछ ऐसी बातें कही हैं, जो विराट के फैन्स को काफी चुभ भी सकती हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में विराट ने 23.75 की औसत से कुल 190 रन ही बनाए। पर्थ में सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेला गया था, जहां दूसरी पारी में विराट ने नॉटआउट शतक ठोका था, लेकिन इसके बाद से उनका बल्ला पूरी सीरीज के दौरान शांत ही रहा। विराट बाहर जाती हुई गेंद पर पूरी सीरीज के दौरान लगातार आउट हुए, लेकिन अपनी गलती से सबक नहीं लिया और इसको लेकर वह आलोचकों के निशाने पर भी हैं।
इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया की ओर से मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में सैम कोंस्टास ने डेब्यू किया था। 19 साल के कोंस्टास और विराट के बीच मेलबर्न में विवाद भी हो गया था। विराट ने कोंस्टास को कंधा मारा था, जिसके बाद उन पर आईसीसी ने जुर्माना भी लगाया था। सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड में अपने कॉलम में गावस्कर ने लिखा, ‘विराट कोहली ने जो कंधा मारा था, जो किया वह बिल्कुल क्रिकेट नहीं है। जब भारतीयों को उकसाया जाता है, तब वह जवाब देने से बिल्कुल नहीं कतराते हैं, लेकिन यहां किसी ने विराट को उकसाया नहीं था।’
गावस्कर ने आगे कहा, ‘अनुभव के साथ खिलाड़ी जो एक चीज सीखते हैं, वह यह है कि क्राउड पर भड़कना कोई अच्छी बात नहीं है, जो स्टेडियम में क्रिकेट का मजा लेने पहुंचे हैं, वह अगर किसी खिलाड़ी की हूटिंग करते हैं, तो यह उस खिलाड़ी के खिलाफ कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है, बल्कि वह अपने एंटरटेनमेंट के लिए ऐसा करते हैं। अगर ऐसी चीजों पर खिलाड़ी रिऐक्ट करते हैं, तो यह अच्छी चीज नहीं है, इससे आपका नुकसान ही होता है।’ गावस्कर ने आगे लिखा, ‘कोहली को यह समझना होगा कि जब वह ऐसे मामलों में क्राउड से भिड़ते हैं, तो इसका खामियाजा बाकी खिलाड़ियों को उठाना पड़ता है, क्योंकि उन पर दबाव ज्यादा बढ़ जाता है। इसके बाद बाकी खिलाड़ी भी स्टेडियम में पहुंचे लोगों के निशाने पर आ जाते हैं।’