मुंबई: विश्व के प्रथम आध्यात्मिक ओटीटी ‘प्रज्ञा’ के तत्वावधान में पवित्र सावन मास के प्राकृतिक एवं आध्यात्मिक सौंदर्य को समर्पित भव्य सावन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन 14 जुलाई 2022 से किया जा रहा है।
पूरे एक माह तक चलने वाले इस रंगारंग कार्यक्रम में श्रद्धालुओं के आध्यात्मिक उत्थान व् जागृति हेतु अनंत श्री विभूषित महामंडलेश्वर स्वामी चिदम्बरानन्द सरस्वती जी महाराज, श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी, श्री रामानुज दास जी, मधुप जी महाराज, डॉ प्रीतिकृष्ण जी, दया कृष्ण जी कौशिक अपनी सहभागिता देंगे।
कार्यक्रम को ‘प्रज्ञा’ ओटीटी ऐप व् यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है।
इस मौके पर ‘प्रज्ञा’ के पदाधिकारी जसप्रीत वालिया ने बताया कि हमारे देश की परम्परायें हमें हमेशा ईश्वर से जोड़ती हैं। सावन मास को सर्वोत्तम माने जाने के पीछे कई कारण हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार श्रावण मास में ही समुद्र मंथन हुआ था, जिसमें निकले हलाहल विष को भगवान शिव ने ग्रहण किया, जिस कारण उन्हें नील कंठ का नाम मिला और इस प्रकार उन्होंने श्रृष्टि को इस विष से बचाया, और सभी देवताओं ने उन पर जल डाला था इसी कारण शिव अभिषेक में जल का विशेष स्थान हैं। इसके अतिरिक्त सावन के महीने का प्रकृति से भी गहरा संबंध है क्योंकि इस माह में वर्षा ऋतु होने से संपूर्ण धरती बारिश से हरी-भरी हो जाती है। ग्रीष्म ऋतु के बाद इस माह में बारिश होने से मानव समुदाय को बड़ी राहत मिलती है। ऐसे विशेष माह में ‘प्रज्ञा’ ओटीटी के द्वारा हमारा प्रयास है कि संत समाज के दिग्गजों व् पथ प्रदर्शकों के सानिध्य में भक्तों को धर्म ज्ञान का लाभ मिलने के साथ उनकी अमृतमय वाणी द्वारा प्रवचन व् भजनों का आनंद प्राप्त हो और हम आशा करते हैं कि यह ‘सावन महोत्सव’ हमारे उद्देश्य की पूर्ति अवश्य करेगा।
ग़ौरतलब है, बीते दिनों ‘प्रज्ञा’ के बैनर तले कोरोना प्रोटोकॉल्स को ध्यान में रखते हुए वर्चुअल मंत्र प्रतियोगिता, आध्यात्मिक गायन प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया गया जिसमें युवाओं ने अपने हुनर और अध्यात्म की ओर अपने झुकाव का बखूबी परिचय दिया। इन प्रतियोगिताओं में विजेताओं को 5000, 3000, 2000 रुपये के नकद पुरस्कार के साथ ‘प्रज्ञा’ ओटीटी पर उनकी वीडियो का प्रसारण किया गया।