डेस्क:वक्फ संशोधन बिल लोकसभा में पास हो गया है। मुस्लिम संगठनों के विरोध के बीच एनडीए कीेे सहयोगी जेडीयू ने समर्थन दिया है। नीतीश कुमार के इस फैसले से पार्टी में मुस्लिम नेताओं की नाराजगी खुल कर सामने आई है। जदयू के वरिष्ठ नेता डॉ मोहम्मद कासिम अंसारी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होने अपना त्याग पत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सीएम नीतीश कुमार को भेजा है। आपको बता दें वक्फ बिल को लेकर जदयू एमएलसी गुलाम गौस ने भी विरोध जताया था। ईद के दिन वो लालू यादव से मुलाकात करने भी पहुंचे थे। जिसको लेकर सियासी पारा चढ़ गया था।
नीतीश कुमार को लिखे पत्र में कासिम अंसारी ने वक्फ संशोधन बिल 2024 को लेकर जेडीयू के स्टैंड की आलोचना की है, और कहा कि इससे उन्हें और लाखों करोड़ों समर्पित भारतीय मुसलमानों एवं कार्यकर्ताओं को गहरा आघात लगा है। उन्होंने यह भी कहा है कि लोकसभा में ललन सिंह ने जिस तेवर और अंदाज से अपना वक्तव्य दिया और इस बिल का समर्थन किया, उससे वे काफी मर्माहत हुए हैं। उन्होने आगे लिखा कि ये बिल पसमांदा विरोधी है, जिसका अंदाजा न आपको है, और न ही आपकी पार्टी को। मुझे अफसोस है कि मैंने अपनी जिंदगी के काफी साल पार्टी को दिए हैं। मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा देता हूं।
वक्फ बिल का जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस पहले ही विरोध जता चुके हैं, वहीं जदयू के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम रसूल बलियावी ने भी वक्फ बिल पर एनडीए सरकार को घेरते हुए कहा था कि वक्फ संशोधन बिल पर पार्लियामेंट में धर्मनिरपेक्ष और सांप्रदायिक सब नंगे हो गए, बिल की कॉपी आने के बाद बहुत जल्द मीटिंग बुलाई जाएगी। एदारा-ए-शरिया बड़ी बैठक करके फैसला लेंगे। सिर्फ वॉल पर लिखने के लिए नहीं, वाट्सएप, फेसबुक पर सिर्फ ताना देने के लिए नहीं, मैदान में उतरने की हिम्मत रखिए।