डेस्क:बारामती पहुंचे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार समर्थकों पर ही बुरी तरह भड़क गए। हालांकि, इसे लेकर महायुति के दल उनका बचाव करते नजर आए। फिलहाल, इसपर डिप्टी सीएम की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। खबर है कि रविवार को वह पूरे दिन बारामती में रहे और कई कार्यक्रमों का हिस्सा बने। खास बात है कि उन्होंने बारामती से ही विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जब पवार के सामने उनके समर्थक कई मुद्दो को लेकर पत्र लेकर पहुंचे, तो वह भड़क गए थे। उन्होंने कहा, ‘आपने मेरे लिए वोट किया है, इसका मतलब यह नहीं कि आप मेरे बॉस बन गए। क्या अब आपने मुझे खेतिहर मजदूर बना दिया है।’
इधर, शिवसेना नेता और कैबिनेट मंत्री संजय शिरसात ने कहा, ‘कभी-कभी जब चुने हुए प्रतिनिधि काम करते हैं, तो कुछ मतदाता कुछ खास मुद्दों पर जोर देते रहते हैं। अब निर्वाचित प्रतिनिधि की टिप्पणियां दिखाई जाती हैं, लेकिन मतदाताओं के बर्ताव की बात कहीं नहीं होती।’
सरपंच हत्या मामले में भाजपा विधायक की बात पर भड़की एनसीपी
भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुरेश धस ने शनिवार को परभणी में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान धनंजय मुंडे को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए राकांपा प्रमुख पवार पर कटाक्ष किया और कहा, ‘अजित दादा क्या हुआ तेरा वादा…?’
रविवार को भाजपा नेता की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए राकंपा के प्रवक्ता सूरज चव्हाण ने कहा, ‘यदि राकांपा का कोई भी नेता हत्या मामले में संलिप्त पाया जाता है तो अजित पवार उसे नहीं छोड़ेंगे।’ चव्हाण ने कहा, ‘मैं देवेंद्र फडणवीस से अनुरोध करना चाहता हूं कि वह धस से महायुति गठबंधन के सौहार्दपूर्ण माहौल को खराब न करने के लिए कहें। अगर अजित पवार को बदनाम किया गया तो हम उचित जवाब देंगे।’
बीड जिले के मसाजोग के सरपंच देशमुख का नौ दिसंबर को कथित तौर पर कुछ लोगों द्वारा पवनचक्की कंपनी से जबरन वसूली के प्रयास का विरोध करने पर अपहरण कर लिया गया था और बेरहमी से हत्या कर दी गयी थी।