डेस्क:उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मथुरा की ईदगाह मस्जिद और कृष्ण जन्मभूमि विवाद को लेकर महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। उन्होंने ANI के साथ पॉडकास्ट में कहा कि हम तो मथुरा को लेकर कोर्ट के आदेश का ही पालन कर रहे हैं वरना अब तक वहां बहुत कुछ हो गया होता। यह बात उन्होंने उस सवाल के जवाब में कही, जिसमें उनसे पूछा गया कि जब यह मामला कोर्ट में है तो आप क्यों उठा रहे हैं। यही नहीं उत्तर प्रदेश में मुसलमानों की स्थिति पर भी उन्होंने जवाब दिया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में मुसलमान सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं। यदि हिंदू सुरक्षित है तो वह भी सेफ हैं। बुलडोजर न्याय बंद करने की अदालत की सलाह पर उन्होंने कहा कि जो जैसे समझेगा, उसे वैसे समझाएंगे।
अखिलेश यादव और सपा के लोगों की तुलना औरंगजेब से किए जाने के सवाल पर योगी ने कहा कि वे तो उन्हें ही आदर्श मानते हैं। सीएम योगी ने कहा कि ये लोग महाराणा प्रताप, राणा सांगा, छत्रपति शिवाजी औऱ गुरु गोविंद सिंह के बारे में क्या बताएंगे। इनसे क्या अपेक्षा की जा सकती है। उन्होंने वक्फ पर बिल का भी बचाव किया। योगी ने कहा कि आज तक के इतिहास में वक्फ बोर्ड ने कौन सा कल्याणकारी काम किया है। कोई एक काम भी ऐसा नहीं गिनाया जा सकता। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड तो जहां भी दावा कर देता है, उस जगह को उसकी संपत्ति मान लिया जाता है। ऐसा कैसे चलेगा। हम भौंचक हैं कि आखिर यह कौन सा आदेश है। यह देश के हित में भी है और मुसलमानों के भी हित में है कि वक्फ बोर्ड में सुधार किया जाए।
संभल से लेकर वाराणसी तक नए-नए मंदिरों को खोजे जाने की बात पर योगी ने कहा कि हम जितने भी होंगे, हम सब खोजेंगे। मथुरा के मामले के कोर्ट में होने के सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम तो अदालत का ही पालन कर रहे हैं वरना वहां अब तक बहुत कुछ हो गया होता। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने अब तक संभल में कुल 54 धार्मिक स्थानों की पहचान की है। इसके अलावा कुछ और के लिए भी प्रयास चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के प्रतीक जहां भी मिलेंगे, उनका संरक्षण किया जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि वे भारत की विरासत हैं। मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि ऐसा गलत है। इस्लाम कहता है कि ऐसी इबादतगाहें मंजूर नहीं हैं, जिन्हें किसी और के धार्मिक स्थान गिराकर बनाया गया हो। फिर इन्हें क्यों बनाया गया था।