गाजियाबाद:1 दिसंबर को युवती के आत्मदाह मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। युवती के पिता ने शिकायत में आरोप लगाया कि शाहदरा निवासी फराज अतर ने उनकी बेटी को प्रेमजाल में फंसा कर दुष्कर्म किया। उसने धर्मांतरण कराकर धोखा दिया, जिससे युवती मानसिक रूप से अत्यंत आहत हुई और आत्महत्या कर ली। पुलिस ने फराज और उसके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।
कविनगर थाना क्षेत्र के 70 वर्षीय बुजुर्ग का कहना है कि उन्होंने कारोबार से अर्जित 20 करोड़ रुपये की संपत्ति अपनी 30 वर्षीय बेटी के नाम की थी। फराज ने उसे कई साल पहले प्रेमजाल में फंसा लिया और खुद को अविवाहित बताकर उसे शादी का झांसा दिया। इसके बाद उसने उसकी शारीरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण किया। फराज ने खुद पर कर्ज होने का हवाला देकर लाखों रुपये हड़प लिए।
पीड़ित पिता के अनुसार, 14 नवंबर को जब बेटी का व्यवहार बदल गया, तो उन्होंने उसके कमरे में देखा। वहां उन्हें बेटी दूसरे धर्म के क्रिया-कलाप करती हुई मिली, जिससे वह ब्रेन अटैक के कारण दिल्ली के निजी अस्पताल में भर्ती हो गए। आईसीयू में भर्ती रहते हुए फराज बेटी के साथ अस्पताल आया और उनसे शादी के लिए उनके हस्ताक्षर करा लिए। बाद में यह पता चला कि फराज ने उनसे किसी परिजन को इस रिश्ते के बारे में न बताने की बात कही थी, यह कहकर कि वह सुप्रीम कोर्ट का वकील है।
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि फराज, उसके भाई कासिफ, मां माहे तलत और बहन सना समेत अन्य के खिलाफ धर्मांतरण, दुष्कर्म, आत्महत्या के लिए उकसाने और अन्य आरोपों में केस दर्ज किया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। फराज ने युवती को जबरन दूसरे धर्म में बदलने के लिए उसे ट्यूशन लगवाया और नशे का आदी बना दिया, जिससे उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई।