गाजियाबाद:युवती को अगवा करने के बाद दो दिन तक बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि युवती ऑटो में घर से जा रही थी। ऑटो चालक ने दो साथियों के साथ मिलकर उसे अगवा कर लिया और कमरे पर बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को तीनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
महिला के मुताबिक 31 मार्च को एक मामले में कविनगर पुलिस उसे व उसके बेटों को थाने लेकर आई थी। उनकी बेटी रात में थाने पहुंची तो पुलिस ने रात में ही दस्तावेज लाने के लिए कहा। उनकी बेटी घर पहुंची और दस्तावेज लेकर लालकुआं से कविनगर थाने आने के लिए एक ऑटो में बैठ गई। महिला का आरोप है कि चालक ने थाने आने की बजाय ऑटो दादरी की तरफ मोड़ दिया और रास्ते में अपने दो साथियों को भी ऑटो में बैठा लिया। दादरी में दो दिन तक बंधक बनाकर उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया। कविनगर एसएचओ आनंद प्रकाश मिश्र का कहना है कि अपहरण का केस दर्ज कर युवती की तलाश शुरू कर कर दी गई थी। रविवार को युवती को दादरी से बरामद कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। ऑटो चालक की पहचान रोहित गुर्जर और उसके साथियों की पहचान भूपेंद्र व शिवम के रूप में हुई है। तीनों को सोमवार को जेल भेज दिया गया।
झांसा देकर वर्षीय किशोरी से रेप
जिला अस्पताल से 13 वर्षीय किशोरी को अगवा करने के बाद जंगल में ले जाकर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार के मुताबिक आरोपी ने खुद को एनजीओ कर्मी बताकर किशोरी की दादी की वृद्धावस्था पेंशन बनवाने का झांसा दिया था। मेडिकल परीक्षण कराने के बहाने वह किशोरी और उसकी दादी को जिला अस्पताल लेकर आया और यहां से उसे अगवा करके ले गया। आरोप है कि मुरादनगर के दुहाई क्षेत्र में ले जाकर आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया। चंगुल से छूटकर किशोरी जैसे-तैसे लोहिया नहर पहुंची, जहां पुलिस ने उसे बरामद कर लिया। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है।
दिल्ली निवासी पीड़ित पिता का कहना है कि करीब दस दिन पहले उनके पास अनजान नंबर से कॉल आई। कॉलर ने कहा कि वह एक एनजीओ का कर्मचारी है और वृद्धावस्था पेंशन बनवाने का काम करता है। उन्होंने घर में बूढ़ी मां होने के बारे में बताया तो कुछ दिन बाद एक युवक उनके घर पहुंचा और खुद को एनजीओ कर्मी बताया। उसने कहा कि वह उनकी बुजुर्ग मां की पेंशन बनवा देगा, लेकिन इसके लिए उन्हें चिकित्सीय परीक्षण कराने के लिए जिला एमएमजी अस्पताल आना होगा। इसके बाद ही पेंशन की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। पीड़ित व्यक्ति का कहना है कि सोमवार को आरोपी युवक उनकी मां व 13 वर्षीय बेटी को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। वहां से वह उनकी बेटी को अगवा करके ले गया। घटना का पता लगने पर उज्ज्वल भारत मिशन संस्था की नेशनल जॉइन्ट सेक्रेटरी स्नेहा सिसौदिया जिला अस्पताल पहुंचीं और पुलिस-प्रशासन तथा चाइल्ड लाइन 1098 को घटना से अवगत कराया।