भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी को 16 कलाओं के स्वामी भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव दुनियाभर में मनाया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण, श्री हरि भगवान विष्णु के अवतार हैं। लड्डू गोपाल से लेकर भगवान श्रीकृष्ण बनने तक उन्होंने कई लीलाएं प्रस्तुत की। मथुरा में उन्हें कन्हैया कहा जाता है तो द्वारिका में द्वारिकाधीश नाम से पूजा जाता है। आइए जानते हैं भगवान श्रीकृष्ण के बारे में कुछ रोचक तथ्य।
भगवान श्रीकृष्ण के कुल 108 नाम हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने 17 वर्ष की आयु में ब्रज छोड़ दिया था, उसके बाद वह राधारानी से सिर्फ एक बार मिले, लेकिन उनका राधारानी से आत्मा का संबंध रहा। गुरु संदीपन को गुरु दक्षिणा देने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने उनके मृत बेटे को जीवित कर दिया था। भगवान श्रीकृष्ण की कुल 16108 पत्नियां थीं, जिनमें से आठ उनकी पटरानियां थीं। भगवान श्रीकृष्ण से श्रीमद्भागवत गीता अर्जुन ने ही नहीं, बल्कि हनुमान और संजय ने भी सुनी थी। भगवान श्रीकृष्ण के खड्ग का नाम नंदक, गदा का नाम कौमौदकी और शंख का नाम पांचजन्य था, जो गुलाबी रंग का था। भगवान श्रीकृष्ण की मांसपेशियां मृदु थीं, परंतु युद्ध के समय उनका लावण्यमय शरीर कठोर दिखाई देने लगता था। भगवान श्रीकृष्ण के अवतार का अंत एक बहेलिया के तीर से हुआ। यह बहेलिया पिछले जन्म में बालि था। जब भगवान श्रीराम ने बालि को मारा तो भगवान श्रीराम ने कहा था कि अगले जन्म में मेरी मृत्यु तुम्हारे हाथों होगी।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।