नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अभी से ही अपनी तैयारी तेज कर दी है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी दिल्ली के अपने 6 में से 3 पूर्व सांसदों को अपनी क्षमता साबित करने का एक और मौका दे सकती है। इतना ही नहीं, पार्टी द्वारा आने वाले दिनों में कई अहम बैठकें करने और राष्ट्रीय स्तर पर संगठनात्मक बदलाव किए जाने की भी उम्मीद है। भाजपा ने इस साल लोकसभा चुनाव में दिल्ली के अपने सात में से छह सांसदों को बदल दिया था।
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने मनोज तिवारी को छोड़कर अपने सभी 7 में से 6 सांसदों- मीनाक्षी लेखी, गौतम गंभीर, रमेश बिधूड़ी, डॉ. हर्षवर्धन, प्रवेश वर्मा और हंसराज हंस के टिकट काट दिए थे।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि भाजपा हाईकमान ने अपने तीन पूर्व सांसदों – मीनाक्षी लेखी, प्रवेश वर्मा और रमेश बिधूड़ी- को अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी संभावित उम्मीदवारी के लिए ग्राउंड तैयार करने के लिए कहा है।
दो सांसद पहले भी रह चुके हैं विधायक
सूत्रों के अनुसार, मीनाक्षी लेखी को कस्तूरबा नगर या ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट से मैदान में उतारा जा सकता है। रमेश बिधूड़ी को तुगलकाबाद या बदरपुर और प्रवेश वर्मा को मटियाला, नजफगढ़ या महरौली निर्वाचन क्षेत्रों से मैदान में उतारा जा सकता है। बता दें कि, रमेश बिधूड़ी और प्रवेश वर्मा दोनों को विधायक के रूप में काम करने का पहले का अनुभव है। बिधूड़ी 2003 से 2013 तक लगातार तीन बार तुगलकाबाद से दिल्ली विधानसभा के लिए चुने गए थे, जबकि प्रवेश वर्मा 2013 में महरौली से चुने गए थे। इससे पहले उन्हें 2014 के लोकसभा चुनावों में पहली बार पश्चिमी दिल्ली से मैदान में उतारा गया था।
एक भाजपा नेता ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए दिल्ली के सात पूर्व भाजपा सांसदों में से तीन – गौतम गंभीर, हंसराज हंस और डॉ. हर्षवर्धन के नामों पर उम्मीदवार के रूप में विचार किए जाने की संभावना नहीं है। वहीं, तीन अन्य पूर्व सांसदों मीनाक्षी लेखी, प्रवेश वर्मा और रमेश बिधूड़ी को विधानसभा स्तर पर काम शुरू करने के लिए कहा गया है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली से तीसरी बार भाजपा की जीत का परचम लहराने वाले मनोज तिवारी एकमात्र ऐसे सांसद हैं, जिन्हें पार्टी ने तीसरी बार चुनाव मैदान में उतारा था और वे चुनाव जीते।
चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में डॉ. हर्षवर्धन की जगह प्रवीण खंडेलवाल को, नई दिल्ली में मीनाक्षी लेखी की जगह बांसुरी स्वराज को, पश्चिमी दिल्ली में प्रवेश वर्मा की जगह कमलजीत सहरावत को, दक्षिण दिल्ली में रमेश बिधूड़ी की जगह रामवीर सिंह बिधूड़ी को और पूर्वी दिल्ली में गौतम गंभीर की जगह हर्ष मल्होत्रा को चुना गया था।