कोलकाता: पश्चिम बंगाल पुलिस की एक सोशल मीडिया पोस्ट पर काफी बवाल मचा हुआ है। बंगाल पुलिस ने यह पोस्ट उस महिला कांस्टेबल के घायल होने पर की है, जो 14 अगस्त की रात प्रदर्शनकारियों के हमले में घायल हो गई थी। गौरतलब है कि कोलकाता के मेडिकल कॉलेज की ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या को लेकर प्रदर्शनकारी गुस्से में हैं। इन लोगों ने ‘रिक्लेम द नाइट’ नाम से मिडनाइट मार्च निकाला था। करीब 30-40 की संख्या में जुटे प्रदर्शनकारी अस्पताल के अंदर घुस गए थे और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। इन्हें हटाने के लिए पुलिस जवानों ने टियर गैस का इस्तेमाल किया था। इस घटना को लेकर बंगाल पुलिस ने शुक्रवार को पोस्ट किया था। इसमें लिखा गया था कि महिला कांस्टेबल शांपा प्रमाणिक ड्यूटी कर रही थी। प्रदर्शनकारियों ने ईंट फेंकी जो उनके सिर पर लग गई और वह घायल हो गईं।
बंगाल पुलिस ने अपने ट्वीट में लिखा है कि यह महिलाओं के लिए सुरक्षित रात के बारे में थी। गलियों में मार्च निकाला गया कि महिलाओं को वर्कप्लेस पर सुरक्षा मिले। पुलिस ने आगे लिखा है कि हमारी सहकर्मी, बिधाननगर पुलिस कमिश्नरी में तैनात कांस्टेबल शांपा प्रमाणिक उस रात ड्यूटी पर थी। वह यह सुनिश्चित कर रही थीं कि गलियों में चलने वाले लोग सुरक्षित रहें। अचानक भीड़ ने पुलिस की तरफ कुछ ईंटें फेंकीं, जिनमें से एक शांपा के चेहरे पर लग गया। ट्वीट में लगी फोटो इस घटना के तत्काल बाद ली गई थी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में हमने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और उन्हें सजा जरूर मिलेगी। आगे पुलिस ने पूछा कि मेन सवाल यह है कि क्या यह शांपा की रात नहीं थी?
बंगाल पुलिस की इस पोस्ट में सोशल मीडिया यूजर्स भड़क उठे। उन्होंने पुलिस पर विक्टिम कार्ड खेलने का आरोप भी लगा डाला। एक यूजर ने लिखा कि हम उम्मीद करते हैं कि वह जल्द ठीक हो जाएं। पुलिस प्रदर्शनकारियों और अपने अधिकारियों दोनों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार थी और दोनों में नाकाम रही। यूजर ने आगे लिखा कि महिलाएं सुरक्षा मांग रही हैं और आप दे नहीं पा रहे हैं। इसके बजाए आप विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं। एक अन्य यूजर ने लिखा कि आपकी प्राथमिकताएं क्या हैं, यह साफ पता चल रहा है। नागरिकों की सुरक्षा या पीड़ितों की मदद की जगह आप खुद को पीड़ित दिखा रहे हैं। तीसरे यूजर ने लिखा कि शर्मनाक पुलिस। आप अपने प्रदेशन में कानून-व्यवस्था सुधार नहीं पा रहे हैं और अब विक्टिम बन रहे हैं। अगर नहीं कर पा रहे हैं तो नौकरी छोड़ दीजिए।