मुंबई: ब्लैकस्टोन के स्वामित्व वाली कंपनी-इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (इंडिया) लिमिटेड का आईपीओ लॉन्च होने वाला है। कंपनी ने आईपीओ के जरिये 4,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी के समक्ष दस्तावेज दाखिल किए हैं। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष दाखिल किए दस्तावेज के मुताबिक इश्यू में 1250 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर और 2750 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकेश का संयोजन है।
क्या है प्लान
कंपनी ने नए आईपीओ से प्राप्त राशि का इस्तेमाल प्रमोटर से आईजीआई बेल्जियम समूह और आईजीआई नीदरलैंड समूह के अधिग्रहण के लिए प्रस्ताव किया है। इसके साथ ही कुछ रकम का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट कामों के लिए किया जाएगा। एक्सिस कैपिटल, कोटक महिंद्रा कैपिटल, मॉर्गन स्टेनली इंडिया और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स आईजीआई आईपीओ के लिए बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं।
ब्लैकस्टोन ने खरीदी थी कंपनी
बता दें कि साल 2023 में ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म ब्लैकस्टोन ने चीन स्थित निवेश फर्म फोसुन और रोलैंड लोरी से इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट में 100% हिस्सेदारी हासिल की है। यह कंपनी लैब में डेवलप डायमंड के लिए वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी प्रमाणन कंपनी है। नेचुरल डायमंड के लिए वैश्विक स्तर पर दूसरी सबसे बड़ी प्रमाणन कंपनी है। डील के वक्त कंपनी में फोसुन के पास 80% हिस्सेदारी थी, 20% रोलन लोरी के पास थी। यह डील 535 मिलियन डॉलर के उद्यम मूल्य पर हुई।
किस तरह के हीरे का है काम
इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (इंडिया) लिमिटेड नेचुरल और लैब में डेवलप डायमंड, दोनों में ISO मान्यता रखने वाली दुनिया की पहली जेमोलॉजिकल प्रयोगशाला है। साल 2005 से इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल ने प्रयोगशाला में डेवलप डायमंड के प्रमाणन का बीड़ा उठाया है।
उद्योग के अनुमानों के अनुसार ग्लोबल लैब में डेवलप डायमंड का रिटेल मार्केट वर्तमान में 7 बिलियन डॉलर का है और कैलेंडर वर्ष 2019-22 में 15% सीएजीआर से बढ़ा है। ग्लोबल नेचुरल डायमंड के आभूषणों की खुदरा बिक्री लगभग $80 बिलियन आंकी जाती है जो 3% सीएजीआर से बढ़ रही है। इसमें से लगभग 90% खुरदरे डायमंड भारत में पॉलिश किए जाते हैं।