मुंबई:अरबपति गौतम अडानी की कंपनी अडानी पावर का बांग्लादेश पर 800 मिलियन डॉलर से अधिक का बकाया है। बांग्लादेश की ओर से इस बकाये का भुगतान नहीं किया जाता है तो अडानी पावर देश में बिजली की आपूर्ति को रोक सकता है। बता दें कि बांग्लादेश राजनीतिक उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है। बीते कुछ हफ्तों के हिंसक विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों लोग मारे गए। वहीं, अब बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हुआ है।
क्या कहा बांग्लादेश बैंक के गवर्नर ने
बांग्लादेश बैंक के नवनियुक्त गवर्नर अहसान एच. मंसूर ने ब्लूमबर्ग न्यूज को साक्षात्कार में बताया कि अगर हम उन्हें भुगतान नहीं करते हैं, तो वे बिजली देना बंद कर देंगे। उन्होंने कहा कि अडानी पावर इस मुद्दे को सुलझाने के लिए बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के साथ बातचीत कर रही है। अडानी समूह के प्रतिनिधि ने बांग्लादेश के बकाया पर टिप्पणी मांगने वाले ईमेल का तुरंत जवाब नहीं दिया। इस बीच, शुक्रवार को अडानी पावर के शेयर में मामूली बढ़त था। यह शेयर 675.85 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
2022 में शुरू हुई परियोजना
गौतम अडानी ने साल 2022 में गोड्डा बिजली परियोजना के चालू होने और बांग्लादेश के लिए तत्कालीन प्रधान मंत्री शेख हसीना के दृष्टिकोण की सराहना करते हुए एक्स पर एक पोस्ट साझा किया। प्लांट ने पिछले साल अप्रैल में कॉमर्शियल परिचालन शुरू किया था। अडानी पावर और पीटीसी इंडिया लिमिटेड के अलावा एनटीपीसी लिमिटेड सहित भारत की कुछ अन्य सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियां भी बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति करती हैं। इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं है कि उन कंपनियों पर कुछ बकाया भी है या नहीं।
बता दें कि अडानी समूह लगातार भारत के पड़ोसी देशों में विस्तार कर रहा है। इसी कड़ी में समूह ने बांग्लादेश के अलावा श्रीलंका, भूटान और नेपाल में कारोबारी संभावनाएं तलाशी हैं और इसे मुकम्मल स्थान तक पहुंचा दिया है।