मुंबई:हवाई सफर करने वालों के लिए जरूरी खबर है। 3 सितंबर के बाद यात्री विस्तारा की फ्लाइट के लिए बुकिंग नहीं कर सकेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत जल्द एयर इंडिया और सिंगापुर एयरलाइंस के ज्वाइंट वेंचर से बनी एयरलाइन विस्तारा का प्रस्तावित मर्जर पूरा होने वाला है। सिंगापुर एयरलाइंस ने शुक्रवार को बताया कि प्रस्तावित मर्जर के लिए उसे फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है। बता दें कि सिंगापुर एयरलाइंस के पास विस्तारा में 49% हिस्सेदारी है और विलय के बाद एयर इंडिया में उसे 25.1% हिस्सेदारी मिलेगी। एयरलाइन में टाटा की 74.9% हिस्सेदारी होगी।
एयरलाइन ने क्या कहा?
कंपनी के बयान के मुताबिक, आगामी 3 सितम्बर से विस्तारा यात्री टिकटों की बुकिंग धीरे-धीरे कम करना शुरू कर देगी और 12 नवंबर या उसके बाद कोई बुकिंग स्वीकार नहीं करेगी। एयरलाइन ने कहा कि विस्तारा के सभी विमानों को एयर इंडिया के ऑपरेशन में इंटीग्रेट किया जाएगा और वर्तमान में इसके द्वारा ऑपरेटेड रूट्स के लिए बुकिंग को एयर इंडिया की वेबसाइट पर पुनः निर्देशित किया जाएगा। विस्तारा 11 नवंबर 2024 तक सामान्य रूप से बुकिंग लेना और उड़ानें ऑपरेट करना जारी रखेगी। कंपनी ने कहा कि 12 नवंबर 2024 को या उसके बाद विस्तारा की उड़ानों के लिए भी उड़ान संख्या एयर इंडिया कोड में बदल जाएगी।
एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने अपने कर्मचारियों को इंटरनल ईमेल भेजा है, जिसकी काॅपी हिन्दुस्तान टाइम्स ने भी पढ़ी है। इसमें कहा गया है, ’12 नवंबर के बाद विस्तारा की उड़ानों में पहले से बुक किए गए सभी ग्राहकों के रिजर्वेशन ऑटोमेटिक एयर इंडिया की उड़ान संख्या में बदल जाएंगे। इसे सितंबर महीने में फेज वाइज किया जाएगा और ग्राहकों को भी पर्सनली सूचित किया जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘हमारे विस्तारा सहयोगियों के लिए एचआर की टीम उनके ट्रांसफर पर काम कर रही हैं, जिन्हें अभी तक एयर इंडिया में नहीं भेजा गया है। पहले ही एयर इंडिया में जो लोग शामिल हैं उनके साथ हम अपने नए एयर इंडियंस का स्वागत करने, उन्हें घर जैसा महसूस कराने और उनके साथ आगे बढ़ने के लिए रेडी हैं।’ बता दें कि एयर इंडिया और विस्तारा की विलय प्रक्रिया अंतिम फेज में है और इस सौदे से दुनिया के सबसे बड़े एयरलाइन समूहों में से एक का गठन होने की उम्मीद है।
नवंबर 2022 में हुई थी घोषणा
इस प्रस्तावित विलय की घोषणा नवंबर 2022 में की गई थी। एयर इंडिया का स्वामित्व टाटा समूह के पास है और विस्तारा टाटा तथा सिंगापुर एयरलाइंस के बीच 51:49 अनुपात वाला संयुक्त उद्यम है। सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) ने शुक्रवार को सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज को दी सूचना में बताया, एयर इंडिया के साथ विस्तारा के प्रस्तावित विलय के हिस्से के रूप में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए भारत सरकार से उसे मंजूरी मिल गई है।