भोपाल:मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि औद्योगिक क्षेत्रों के पास मजदूरों के लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। पीएम मोदी ने युवा, महिला और गरीबों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य बनाया है। इसलिए श्रम विभाग अन्य विभागों से मिलकर मजदूरों के लिए जरूरी कदम उठाए। इनके आस-पास ट्रेनिंग,आवास, बच्चों के पढ़ने-लिखने जैसी तमाम जरूरत की चीजें मुहैया कराई जाएं। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के 16 नगर निगम क्षेत्रों में श्रमिकों के लिए मॉड रैन बसेरे बनाने की कार्यवाही चल रही है।
16 रैन बसेरे बनाने पर चल रहा काम
प्रदेश के 16 नगर निगम में 100 बिस्तर क्षमता के मॉडल रैन बसेरे बनाने की कार्यवाही चल रही है। प्रति रैन बसेरे को बनाने की लागत लगभग 6 करोड़ रूपए आएगी। इनका संचालन जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में होगा। श्रम विभाग को भोपाल, सागर, जबलपुर और इंदौर के प्रस्ताव मिल चुके हैं। बाकी काम जारी है। महिला एवं पुरूष के लिए अलग-अलग ठहने की व्यवस्था के साथ ही रैन बसेरों में डिस्पेंसरी व्यवस्था भी रहेगी।
मिल मजदूरों को दिलाएंगे पुरानी बकाया राशि
मुख्यमंत्री ने कहा कि मजदूरों के बकाया भुगतान से जुड़े जो भी मामले बकाया हैं उन्हें तय समय के तहत निपटाया जाए। इंदौर, नागदा, रतलाम और ग्वालियर के विभिन्न मिलों के साथ ही अन्य मिलों के मजदूरों के पुराने बचे हुए पैसे दिलवाने के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है।
सतना और ग्वालियर में बनें श्रमिक कल्याण केन्द्र
सीएम यादव ने कहा कि मॉडल श्रम कल्याण केन्द्र ऐसे औद्योगिक क्षेत्रों के नजदीक बनाएं जाएं, जहां मजदूरों की संख्या अधिक है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को फायदा दिलाया जा सके। उन्होंने सतना, ग्वालियर में श्रमिक कल्याण केन्द्र बनाने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि औजार और मशीनों की खरीदारी के लिए अनुदान योजना को पीएम विश्वकर्मा योजना के साथ जोड़कर कार्य किया जाए।
श्रमिक कल्याण योजनाओं का करें प्रचार-प्रसार
कर्मचारी राज्य बीमा निगम की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि निगम द्वारा श्रमिकों को दी जाने वाली उपचार सहायता का व्यापक का विभिन्न प्रचार माध्यमों द्वारा प्रचार-प्रसार कराया जाए। पीथमपुर में बनाए जा रहे 100 बिस्तरीय चिकित्सालय शीघ्र प्रारंभ किया जाए।