बेंगलुरु। बेंगलुरु के महालक्ष्मी केस की जांच जारी है। अपराध का मास्टरमाइंड अशरफ नाम के शख्स को माना जा रहा है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है। इसी बीच खबरें हैं कि महिला की हत्या का मुख्य संदिग्ध उसके साथ ही काम करने वाला एक शख्स हो सकता है। हालांकि, इसे लेकर पुलिस ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। कर्नाटक की राजधानी में महिला की लाश 50 से ज्यादा टुकड़ों को फ्रिज में रखा गया था। अब तक पुलिस ने महिला के सहकर्मी की पहचान सार्वजनिक नहीं की है।
न्यूज18 की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया है कि बेंगलुरु पुलिस ने पुलिस ने महालक्ष्मी के साथ काम करने वाले एक शख्स को ‘मुख्य संदिग्ध’ माना है, जिसकी पहचान मुक्ति के रूप में की गई है। दोनों साथ काम करते थे। रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों का यह भी कहना है कि मुक्ति ने किसी अन्य व्यक्ति के साथ महिला के करीबी रिश्ते होने का विरोध किया था। फिलहाल, पुलिस ने अब तक आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।
कहां है मुक्ति
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस सूत्रों का कहना है कि मुक्ति का फोन बंद आ रहा है और उसकी तलाश जारी है। उसे ओडिशा-पश्चिम बंगाल सीमा पर तलाशा जा रहा है। 23 सितंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वरा ने कहा था कि इस मामले का मुख्य संदिग्ध ओडिशा से है, लेकिन बेंगलुरु में रहता है। पुलिस लगातार आरोपी की तलाश में जुटी हुई है।
पति ने लगाए अशरफ पर आरोप
इससे पहले महिला का पति अशरफ नाम के शख्स पर शक जाहिर कर चुका है। कहा जा रहा है कि महिला और अशरफ के बीच प्रेम संबंध थे। 29 वर्षीय महालक्ष्मी सेल्सवुमन थीं। 21 सितंबर को बेंगलुरु के मल्लेश्वरम के एक घर में फ्रिज में उनकी लाश टुकड़ों में मिली थी। खबरें हैं कि शव के 50 से ज्यादा टुकड़े किए गए थे।