प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से रविवार को फोन पर बातचीत की और उनकी सेहत के बारे में जानकारी ली। दरअसल, जम्मू में चुनावी रैली में बोलते समय खरगे ने चक्कर आने की शिकायत की थी और उन्हें मेडिकल सहायता उपलब्ध करानी पड़ी। कांग्रेस महासचिव गुलाम अहमद मीर ने कहा, ‘खरगे जसरोटा में सार्वजनिक रैली को संबोधित कर रहे थे, तभी उन्हें बेचैनी महसूस हुई और चक्कर आने लगा। उनके सहयोगियों ने उन्हें कुर्सी पर बैठाने में मदद की।’ खरगे विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए समर्थन जुटाने के लिए रैली को संबोधित करने जसरोटा गए थे।
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के उपाध्यक्ष रवींद्र शर्मा ने बताया कि खरगे को चक्कर आ रहा था। उन्हें एक कमरे में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों को जांच के लिए बुलाया गया। उन्होंने बताया कि डॉक्टर सलाह देंगे कि वह उधमपुर में होने वाली दूसरी रैली में शामिल हो सकते हैं या नहीं। बाद में खरगे की उधमपुर में होने वाली दूसरी रैली रद्द कर दी गई। वे दिल्ली लौट जाएंगे। जसरोटा रैली में खरगे ने कहा, ‘मैं बात करना चाहता था। लेकिन चक्कर आने के कारण मैं बैठ गया हूं। कृपया मुझे माफ करें। वे (भाजपा) हमें आतंकित करने की कोशिश कर रहे हैं।’
खरगे बोले- मैं इतनी जल्दी मरने वाला नहीं
रैली स्थल पर मेडिकल सहायता मिलने के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘हम राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ेंगे। कुछ भी हो, हम इसे छोड़ने वाले नहीं हैं। मैं 83 साल का हो गया हूं, मैं इतनी जल्दी मरने वाला नहीं हूं। जब तक मोदी को सत्ता से नहीं हटाएंगे तब तक मैं जिंदा ही रहूंगा। आपकी बात सुनूंगा। आपके लिए लड़ूंगा।’ उन्होंने जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए संघर्ष करने का संकल्प व्यक्त किया और कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी को सत्ता से बेदखल करने तक राजनीति में सक्रिय रहेंगे।