डेस्क:क्या नेशनल कॉन्फ्रेंस की भाजपा के साथ चुनाव बाद गठबंधन के लिए बातचीत चल रही है? विधानसभा चुनाव नतीजों से ठीक पहले जम्मू-कश्मीर में ये चर्चाएं तेज है। इसे लेकर अब नेशनल कॉन्फ्रेंस का बयान आया है। इसमें उसने कहा कि हम पीछे के दरवाजे INDIA अलायंस से बाहर एक अलग गठबंधन की चर्चाओं को खारिज करते हैं। हम जनता से अपील करते हैं कि वह ऐसे फर्जी दावों पर भरोसा न करे, जिन्होंने हम पर यकीन किया है। हम ऐसी अफवाहों को खारिज करते हैं और लोगों से अपील है कि ऐसी चर्चाओं पर यकीन न किया जाए।
यह चर्चा इस बात से शुरू हुई थी, जिसमें श्रीनगर के पूर्व मेयर जुनैद अजीम मट्टू ने एक पोस्ट में ऐसा दावा किया था। मट्टू ने एक्स पर लिखा था, ‘भाजपा के किस प्रतिनिधि से फारूक अब्दुल्ला की पहलगाम में एक नहीं बल्कि दो बार मुलाकात हुई है। आखिर पहलगाम में दोनों के बीच किस समझौते को लेकर बात हुई। आखिर भाजपा को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जो इतनी बातें कही थीं, उनका क्या हुआ।’ उनका यह ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो कयास भी लगने लगे कि क्या नेशनल कॉन्फ्रेंस का भाजपा के साथ गठबंधन होने वाला है।
दरअसल मट्टू से पहले भी कई लोग ऐसे कयास लगाते रहे हैं कि यदि भाजपा, एनसी या किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला तो फिर गठबंधन की सूरत बन सकती है। ऐसी स्थिति में चिर प्रतिद्वंद्वी भाजपा और नेशनल कॉन्फ्रेंस भी साथ आ सकते हैं। मट्टू के ट्वीट पर एक यूजर ने यह भी लिखा था कि यह अफवाह या फिर इसमें कुछ सच्चाई है। इस पर मट्टू ने लिखा था, ‘अफवाह? पहलगाम में फारूक अब्दुल्ला की गैर-राजनीतिक मध्यस्थों की मौजूदगी में भाजपा के लोगों से बात हुई है। अब इस पर नेशनल कॉन्फ्रेंस को बोलने दीजिए। फिर मैं बताऊंगा कि किस जगह , किन लोगों ने और क्या बात की थी। मैं इसकी पूरी जानकारी ही दे दूंगा।’