डेस्क:राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को कहा कि हरियाणा चुनाव के परिणामों का अगले महीने महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होगा। गुरुवार को हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने शपथ ले ली है।
सतारा जिले के कराड में पत्रकारों से बात करते हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद ‘INDIA’ गठबंधन की रणनीति के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए पवार ने कहा कि वहां भाजपा की सरकार थी और वह सत्ता बरकरार रखने में कामयाब रही।
उन्होंने कहा, ‘हम हरियाणा का अध्ययन कर रहे हैं, लेकिन साथ ही जम्मू-कश्मीर (चुनावों) के नतीजों पर भी गौर कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि इसका (हरियाणा के नतीजों) राज्य (महाराष्ट्र) के चुनावों पर कोई असर पड़ेगा। जहां तक जम्मू और कश्मीर का सवाल है तो विश्व समुदाय इस पर ज्यादा ध्यान देता है, लिहाजा जम्मू-कश्मीर के नतीजे देश के लिए ज्यादा अहम हैं।’
सीट शेयरिंग पर कहां पहुंची बात
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है, लेकिन अब तक सत्तारूढ़ या विपक्षी दलों की तरफ से सीट शेयरिंग को लेकर पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। एक ओर जहां महायुति यानी भारतीय जनता पार्टी-शिवसेना-एनसीपी ने अब तक फॉर्मूला पेश नहीं किया है। वहीं, विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी में भी चर्चाओं का दौर जारी है।
हरियाणा चुनाव
90 विधानसभा सीटों वाले हरियाणा में भाजपा ने 2019 का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 48 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, राज्य में मुख्य विपक्षी दल रहे कांग्रेस को 37 सीटें मिली थीं। खास बात है कि हरियाणा में INDIA गठबंधन के कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। राज्य में आप का खाता भी नहीं खुला था।