रतलाम:मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कमलनाथ द्वारा नगर निगम चुनाव में वोट नहीं डालने सीएम शिवराज सिंह चौहान के आरोपों पर पलटवार करते हुए अपनी सफाई दी है। कमलनाथ ने वोट नहीं डालने की असल वजह बताते हुए कहा कि जब ये निक्कर में थे तब मैं सांसद बन गया था।
कांग्रेस नेता ने सोमवार को रतलाम में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मैं नगर निगम का मतदाता नहीं हूं, मेरा गांव नगर निगम में नहीं आता। अगर मैं नगर निगम का मतदाता होता तो मैं जरूर वोट देता, लेकिन शिवराज सिंह के पेट में दर्द हो रहा है कि मैंने वोट नहीं डाला। उन्होंने कहा कि शिवराज वोट डालने के बहाने वोटरों को दबाने, डराने, पटाने और ललचाने गए थे। ये वोट डालने की बात मुझे समझा रहे हैं। जब ये निक्कर में थे तब मैं एमपी बन गया था।
दरअसल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को मुरैना के विकास के बहाने नगर निगम चुनाव में वोट नहीं डालने को लेकर कमलनाथ पर कटाक्ष किया था। उन्होंने कहा था कि मुरैना सुंदर, स्वच्छ, सुरक्षित और विकसित शहर बने यही हमारा संकल्प है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम मुरैना के विकास के लिए संकल्पित हैं। मेरे खजाने में पैसे की कमी नहीं रहेगी।
जो व्यक्ति खुद अपनी पार्टी को वोट ना दे, वह क्या विकास करेगा
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ हमेशा पैसों की कमी का रोना रोते रहते थे, बोलते थे ‘मामा खजाना खाली कर गया’। मेरे पास विकास के लिए पैसों की कमी नहीं रहेगी। विकास सिर्फ भाजपा ही कर सकती है। कांग्रेस का विकास से कोई लेना-देना नहीं है। कमलनाथ ने तो अपना वोट ही नहीं दिया। जो व्यक्ति खुद अपनी पार्टी को वोट ना दे, वह क्या विकास करेगा।
मुरैना विकसित शहर बने यही हमारा संकल्प: शिवराज
चौहान मुरैना नगर पालिका निगम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महापौर पद की प्रत्याशी मीना जाटव और 47 वार्डों में पार्षद पद के लिए चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगने के लिए एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुरैना विकसित शहर बने, यही हमारा संकल्प है। हम मुरैना के विकास के लिए संकल्पित हैं। मेरे खजाने में पैसे की कमी नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि मुरैना में भाजपा के पार्षद प्रत्याशी घर-घर जाएं और सूची बनाएं कि किन किन परिवारों को मुफ्त राशन नहीं मिल रहा है और अन्य योजनाओं की भी जानकारी लें और सूची बनाकर दें, जिससे इन परिवारों को लाभ दिया जा सके।
उन्होंने कहा कि संबल योजना में हम गर्भवती महिलाओं को 16 हजार रुपये देते थे कि वह आराम कर सकें और लड्डू भी खा सकें, लेकिन कांग्रेस सरकार में आते ही मेरी बहनों के हाथ से लड्डू के पैसे भी छीनने का पाप किया। उन्होंने कहा कि गरीबों के साथ हम अन्याय नहीं होने देंगे। गरीब परिवार के प्रतिभावान बच्चों की उच्च शिक्षा की फीस हमारी सरकार भर रही थी। कमलनाथ ने उन बच्चों का भविष्य भी बर्बाद कर दिया। हमने फिर से यह योजना शुरू की। उच्च शक्षिा की लाखों रुपए की फीस हम भरेंगे। केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार के साथ हमारी प्रदेश की भाजपा सरकार गरीब कल्याण एवं विकास कार्यों में धन की कमी कमी आड़े आने नहीं देगी।