नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को चार देशों के समूह ‘I2U2’ के पहले वर्चुअल शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, इजरायल के पीएम येर लापिड और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान शामिल हुए। इन चार देशों के गठबंधन के तहत आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त आर्थिक परियोजनाओं पर चर्चा की जा रही है।
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार शिखर सम्मेलन में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज की इस पहली समिट से ही I2U2 ने एक सकारात्मक एजेंडा स्थापित कर लिया है। हमने कई क्षेत्रों में ज्वाइंट प्रोजेक्ट की पहचान की है, और उनमें आगे बढ़ने का रोडमैप भी बनाया है। बढ़ती हुई वैश्विक अनिश्चितता के बीच हमारा कापरेटिव फ्रेमवर्क व्यावहारिक सहयोग का एक अच्छा माडल भी है। मुझे पूरा विश्वास है कि I2U2 से हम वैश्विक स्तर पर ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण योगदान करेंगे।
I2U2 समूह की पहली नेताओं की बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि आज हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं उनमें तेजी से जलवायु संकट या बढ़ती खाद्य असुरक्षा शामिल है। यूक्रेन के खिलाफ रूस के क्रूर और अकारण हमले से अस्थिर ऊर्जा बाजारों को और भी बदतर बना दिया गया है।
बाइडन ने कहा कि अगले तीन सालो में यह समूह नई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की पहचान करने के लिए काम करने जा रहा है, जिसमें हम निवेश कर सकते हैं और एक साथ विकसित कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर हम एक साथ रहें तो हम बहुत कुछ कर सकते हैं।
बैठक शुरू होने से पहले चारों देशों ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि भारत, इजरायल, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), अमेरिका ने I2U2 समूह की पहली नेताओं की बैठक के लिए संयुक्त निवेश और जल, ऊर्जा, परिवहन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा में नई पहल पर विशेष जोर देने के लिए बुलाया है। निजी क्षेत्र की पूंजी जुटाने के लिए भी यह गठबंधन बेहद कारगर होगा।
बता दें कि भारत, इजरायल, यूएई और अमेरिका चार देशों के समूह को ‘I2U2’ के रूप में जाना जाता है। इसमें ‘I’ भारत और इजराइल के लिए और ‘U’ अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के लिए है।