जयपुर:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश के युवाओं का उत्साह राज्य की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। युवा किसी भी क्षेत्र में बदलाव ला सकते हैं। राज्य सरकार भी युवाओं के उज्जवल भविष्य व प्रोत्साहन में अहम निर्णय ले रही है। इसी दिशा में अगल बजट युवाओं और विद्यार्थियों को समर्पित होगा। युवा हितों में बेहतरीन निर्णयों के लिए प्रदेशवासियों से सुझाव आमंत्रित है। गहलोत ने कहा कि हमारा विजन टेक्ननोलाॅजी फाॅर आल का है। इसके लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। सीएम गहलोत ने शुक्रवार को बिड़ला सभागार में आयोजित राजस्थान डिजिफेस्ट समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि राजीव गांधी 40 वर्ष की उम्र में देश के प्रधानमंत्री बन गए थे। राजीव गांधी द्वारा ही देश के भविष्य के लिए कंप्यूटर क्रांति लाई गई थी। आज उसी का असर यहां युवाओं में उत्साह, कार्य के प्रति समर्पित भाव और नवाचार और नवाचार में देखने को मिल रहा है। इस मौके पर सीएम गहलोत ने सूचना तकनीकी पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। सीएम गहलोत ने युवाओं के नवाचारों की सराहना की और उनके कामकाज को सराहा। उल्लेखनीय है कि यह दो दिवसीय फेस्टिवल राज्य के सूचना एवं प्रौद्यौगिकी विभाग और संचार विभाग की और से किया जा रहा है।
1.30 लाख सरकारी नौकरियां दी जा चुकी है
सीएम गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 1.30 लाख सरकारी नौकरियां दी जा चुकी है। लगभग एक लाख पदों पर भर्तियां प्रक्रियाधीन है। एक लाख नौकरियों की घोषणा बजट 2022-23 में की गई है। ऐसे में राजस्थान देश में सरकारी नौकरियां देने वाले राज्यों में अग्रणी बन गया है। सीएम गहलोत ने कहा कि दिल्ली स्थित उदयपुर हाउस में 500 युवाओं के लिए नेहरू यूथ ट्रांजिट हास्टल एंड फैस्टिलेशन सेंटर बनाया जा रहा है। यहां राजस्थान के युवा ठहरकर अपने भविष्य को संवार सकेंगे।
युवाओं को मेडिकल के पढ़ाई के लिए बाहर जाना नहीं पड़ेगा
सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश में विवि की संख्या बढ़ी है। मैं जब पहली बार मुख्यमंत्री बना तब राज्य में 6 विवि थे। आज 89 हो गए है। सीएम ने कहा कि आज राजस्थान में आईआईटी, ट्रिपल आईआईटी और एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान शामिल है। प्रदेश के 33 जिलों में से 30 मेडिकल कालेज खुल रहे हैं। इससे युवाओं को मेडिकल के पढ़ाई के लिए बाहर जाना नहीं पड़ेगा। गहलोत ने कहा कि सरकार ने बड़ा निर्णय लेते हुए प्रदेश में अंग्रेजी विद्यालय खोले है। इस निर्णय का 10 साल बाद बड़ा असर देखने को मिलेगा। गांव-गांव ढाणी-ढाणी के विद्यार्थी विश्व में अपना स्थान बनाएंगे।