सूरत :राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के दिवंगत नेता अहमद पटेल के दोस्ती जगजाहिर थी, लेकिन अब हालात बदल गए है। दिवंगत अहमद पटेल के बेटे ने ट्वीट कर अपना दर्द बयां किया है। हालांकि, बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट भी कर दिया। फैसल पटेल ने अपने ट्वीट में लिखा कि मुख्यमंत्री के ओएसडी शशिकांत शर्मा आप मेरा फोन क्यों नहीं उठाते? जबकि मेरे पिता के स्वर्गवास के बाद राजस्थान के गरीब अल्पसंख्यक लोग मुझे लगातार फोन करते हैं। अपने ट्वीट में अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल ने कहा कि मेरे पिता के निधन के बाद राजस्थान के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को मुझसे उम्मीद रहती है। वे अपने हो सकने वाले काम करवाने के लिए मुझसे उम्मीद रखते हैं। हालांकि, कुछ देर बाद ही फैसल पटेल ने अपना यह ट्वीट डिलीट भी कर दिया।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल की कांग्रेस पार्टी में धमक रहती थी। अहमद पटेल कांग्रेस के प्रमुख रणनीतिकार माने जाते थे। सीएम गहलोत को राजस्थान का सीएम बनाने में भी अहमद पटेल की बड़ी भूमिका रही थी। लेकिन अहमद पटेल के गुजर जाने के बाद हालात बदल गए। एक समय था कांग्रेस पार्टी में अहमद पटेल की सहमति से राज्यों के मुख्यमंत्री या प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनते थे। लेकिन समय बदल गया है। हालांकि, अहमद पटेल जब तक जीवित रहे उनके बेटे राजनीति से दूर रहे। उल्लेखनीय है कि दिवगंत वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल ने पार्टी हाई कमान से हताशा जाहिर करते हुए कुछ महीने पहले पार्टी छोड़ने का संकेत दे दिया था। उन्होंने ट्वीट किया कि इंतजार करते-करते थक गया हूं। आलाकमान से कोई प्रोत्साहन नहीं। अपने विकल्प खुले रख रहा हूं। फैजल पटेल ने कहा था कि राजनीति में औपचारिक तौर पर आने को लेकर अभी आश्वस्त नहीं है।
फैसल पटेल ने ट्वीट कर कहा कि हालात यह है कि अल्पसंख्यकों के काम करवाने के लिए भी उन्हें ट्वीट के जरिए नाराजगी दर्ज करवाने पड़ रही है। मुख्यमंत्री तो दूर की बात मुख्यमंत्री के ओएसडी तक उनका फोन नहीं उठा रहे हैं। फैसल पटेल ने आज सुबह ट्वीट कर उसमें लिखा कि राजस्थान के गरीब अल्पसंख्यक लोग मुझे काम को लेकर फोन करते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी शशिकांत शर्मा मेरा फोन तक नहीं उठाते।