ग्वालियर:मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का बड़ा बयान सामने आया है। मध्य प्रदेश की नई शराब नीति को लेकर उन्होंने कहा है कि शराब महिलाओं और युवाओं के हित में नहीं है इसको लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान से विस्तार से बातचीत हुई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि कि किसी प्रदेश की अर्थव्यवस्था को शराब नीति से नहीं जोड़ना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार को राजस्व के दूसरे विकल्प खोजने चाहिए।
उमा भारती ने कहा कि मैंने पूर्ण शराबबंदी की बात कभी नहीं की है। जब मैं सीएम थी तब मैंने पूर्व शराबबंदी नहीं की तो दूसरों से कैसे कह सकती हूं। शराब वितरण प्रणाली को दुरुस्त किया जाना चाहिए। नियम इतने कठिन हो कि लोग बाहर शराब पी न सके।
उन्होंने कहा कि शराब और नशा पूरे देश की समस्या है। इसको लेकर हर राज्य को एक अलग से नियम बनाना चाहिए। गौरतलब है कि प्रदेश में शराबबंदी को लेकर पूर्व सीएम उमा भारती लगातार सुर्खियों में रहती है। उन्होंने कई बार शराब की दुकानों पर जाकर उन्हें बंद कराने की कोशिश की है। इसके साथ ही शराबबंदी को लेकर व सरकार के खिलाफ कई बार मुखर भी हुई है।